अंबाड़ी पंचायत ने हाईवे पर लगाया वाटर कूलर

विकासनगर दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर स्थित ग्राम पंचायत अंबाड़ी ने राहगीरों व चारधाम यात्रियों के लिए वाटर कूलर लगाकर पेयजल की सुविधा दी है। इससे यात्रियों और राहगीरों को सुविधा मिलेगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 07:59 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 07:59 PM (IST)
अंबाड़ी पंचायत ने हाईवे पर लगाया वाटर कूलर
अंबाड़ी पंचायत ने हाईवे पर लगाया वाटर कूलर

संवाद सहयोगी, विकासनगर: दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर स्थित ग्राम पंचायत अंबाड़ी ने राहगीरों व चार धाम यात्रियों की सुविधा को देखते हुए वाटर कूलर लगाया है। ग्राम प्रधान के अनुसार पूर्व में हाईवे से होकर गुजरने वालों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था, जिसको देखते हुए पंचायत ने यह निर्णय लिया। उनका कहना है कि सड़क, साफ-सफाई व अन्य विकास कार्य तो पंचायत की प्राथमिकता में है, लेकिन हाईवे से जुड़े होने के कारण मानवीय दृष्टिकोण से राहगीरों की सहायता नैतिक जिम्मेदारी है।

अंबाड़ी ग्राम सभा की प्रधान माधुरी खान ने बताया कि उनकी पंचायत दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे के किनारे है। अक्सर यात्रियों व राहगीरों को गर्मी में प्यास बुझाने के लिए परेशान होते देखा जाता है, जिसके चलते पंचायत में हाईवे पर वाटर कूलर लगाने की योजना बनी। उन्होंने गांव से होकर गुजरने वालों को बेहतर सुविधा दी है। उनका कहना है कि ग्राम पंचायतों का काम गांवों का विकास करना होता है, लेकिन पंचायतों को कुछ ऐसे भी कार्य करने चाहिए, जिसका लाभ अन्य क्षेत्रों के निवासियों को भी मिलता रहे। ग्राम प्रधान का कहना है कि दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा सीजन में भारी संख्या में चारधाम तीर्थयात्रियों का आवागमन होता है। इसके अलावा रोजाना चकराता, त्यूणी, कालसी, उत्तरकाशी व हिमाचल प्रदेश को जाने वाले यात्रियों के वाहन भी गुजरते हैं। ग्रामवासियों के साथ ही यात्रियों को भी सुविधा मिले इसको ध्यान में रखकर पहल की गई है।

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स्कूल के दिनों से होती थी पेयजल की असुविधा

विकासनगर: ग्राम प्रधान माधुरी खान व उनके पति जमाल का कहना है कि पंद्रह-बीस साल पहले स्कूल में पढ़ने के दिनों में वह अपने भारी बस्ते लेकर डाकपत्थर राजकीय इंटर कॉलेज से प्रतिदिन इसी मार्ग से आवाजाही करते थे। जिस स्थान पर वाटर कूलर लगाया गया है, उस स्थान पर आते-आते उन्हें काफी परेशान होती थी। उस समय उन्हें महसूस यह होता था कि हाईवे किनारे पीने के पानी की कोई न कोई व्यवस्था होनी चाहिए। ग्राम प्रधान चुने जाने के बाद माधुरी खान ने सबसे पहले उसी स्थान पर वाटर कूलर लगाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि जनता की सुविधा के लिए गांव में फिल्हाल दो वाटर कूलर लगाए गए हैं। जरूरत के हिसाब से इनकी संख्या भी बढ़ाई जा सकती है।

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