शुगर बढ़ने से आंखों को होता है सीधा नुकसान

जागरण संवाददाता ऋषिकेश अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के नेत्र विभाग के वि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 04:48 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 04:48 AM (IST)
शुगर बढ़ने से आंखों को होता है सीधा नुकसान
शुगर बढ़ने से आंखों को होता है सीधा नुकसान

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के नेत्र विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मरीजों को आंखों को स्वस्थ रखने के तरीके बताए। इसके साथ ही बीमारियों के प्रारंभिक लक्षणों की भी जानकारी दी।

सोमवार को विश्व दृष्टि दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने कहा कि देश में लगभग छह करोड़ लोग आंखों के रोगों से ग्रसित हैं। आम नागरिकों व मरीजों को यह समझना होगा कि शुगर बढ़ने से आंखों को सीधा नुकसान होता है। इसलिए शुगर को नियंत्रित रखने का प्रयास करें। डीन प्रोफेसर जया चतुर्वेदी ने कहा कि जान है तो जहान है, यह तभी सार्थक है जब हमारी आंखें निरोगी हों और हम संसार को अपनी आंखों से देख सकें। वर्तमान के भाग-दौड़ भरे जीवन और प्रदूषण युक्त वातावरण के कारण जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी आंखों की स्वच्छता व उनकी बीमारियों के प्रति गंभीरता बरते।

डा. हिमानी पाल ने दृष्टिदोष के लक्षण बारीकी से समझाए। बताया कि दृष्टिदोष किसी भी उम्र के लोग में हो सकता है। डा. संध्या यादव ने कार्नियल अंधता के लिए विटामिन- ए की कमी को जिम्मेदार बताया। डा. दिव्या सिंधुजा ने सफेद मोतिया, डा. सुचरिता दास ने काला मोतिया, डा. श्रीराम जे ने रेटिना से संबंधित विभिन्न बीमारियों और डा. लक्ष्मी शंकर ने कम रोशनी के दौरान पढ़ाई-लिखाई करने व अन्य कार्य करने से आंखों में होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी दी। विभाग की फैकल्टी सदस्य डा. रामानुज सामंता ने बताया कि आम लोग को आंखों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए हम सभी को संचार और प्रचार के विभिन्न माध्यम का उपयोग करना होगा। कार्यक्रम में आई बैंक की मेडिकल डायरेक्टर डा. नीति गुप्ता आदि मौजूद रहे। विभाग की ओर से सायंकाल त्रिवेणी घाट पर आयोजित कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डा. संजीव मित्तल ने कार्नियल दृष्टिहीनता के मुख्य कारणों के बारे में बताया।

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