मॉक ड्रिल : जजरेड पहाड़ी के भूस्खलन में फंसे 82 ग्रामीण सकुशल बचाए
कालसी चकराता मोटर मार्ग के जजरेड पहाड़ी से हुए भूस्खलन पर प्रशासन की ओर से आपदा प्रबंधन की मॉक ड्रिल की गई। मॉक ड्रिल के तहत टीम ने जजरेड पहाड़ी के भूस्खलन में फंसे 82 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सकुशल निकाला।
संवाद सूत्र, साहिया/कालसी। कालसी चकराता मोटर मार्ग के जजरेड पहाड़ी से हुए भूस्खलन पर प्रशासन की ओर से आपदा प्रबंधन की मॉक ड्रिल की गई। मॉक ड्रिल के तहत टीम ने जजरेड पहाड़ी के भूस्खलन में फंसे 82 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सकुशल निकाला। प्रशासन, पुलिस, सेना, एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने रेस्क्यू किया। मॉक ड्रिल में टीम का रेस्पांस टाइम बेहतर रहा।
मॉक ड्रिल में दर्शाया गया जनपद आपदा कंट्रोल रूम को रिस्पाना नदी में बाढ़ और कालसी के जजरेड क्षेत्र में बादल फटने से आए भूस्खलन की सूचना प्राप्त होने के उपरांत देहरादून में जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव समेत कई अधिकारी तुरंत जनपद कंट्रोल रूम में पहुंच चुके हैं। जिलाधिकारी ने कंट्रोल रूम की कमान संभालते हुए विभिन्न विभागों को संबंधित क्षेत्रों में तत्काल रेस्क्यू करने के लिए अपने संपूर्ण संसाधनों के साथ पहुंचने के निर्देश दिए हैं। शनिवार को करीब प्रात: 11 बजे जजरेड पहुंची एसडीएम संगीता कन्नोजिया, कालसी थानाध्यक्ष ऋतुराज सिंह व एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने रेस्क्यू कर जजरेड भूस्खलन में फंसे सभी 82 महिला पुरुषों, बच्चों को सकुशल निकाल दिया।
भूस्खलन में 14 बच्चे फंसे हुए थे। भूस्खलन से पत्थर गिरने पर 2 व्यक्तियों को गंभीर चोट आई, जबकि 4 व्यक्तियों को मामूली चोट आयी, जिन्हें टीम ने एंबुलेंस से तुरंत उपचार के लिए कालसी पीएचसी भेजा। आपदा प्रबंधन की इस मॉक ड्रिल में एसडीएम संगीता कनोजिया,तहसीलदार रूप सिंह, कालसी थानाध्यक्ष ऋतुराज सिंह, क्षेत्रीय पटवारी कमलेश शर्मा, आर्मी अधिकारी व एसडीआरएफ के जवान शामिल रहे। एसडीएम ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान टीम का रिस्पांस टाइम बेहतर रहा।
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