जो अधिकारी अतिक्रमण नहीं हटायेगा उसे सहभागी माना जाएगा, जानिए और क्या बोले अपर आयुक्त
अपर आयुक्त गढ़वाल हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकारी भूमि पर जहां भी अतिक्रमण उसे संबंधित विभाग के अधिकारी तत्काल हटाए। नगर निगम और तहसील के अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी कि यदि अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है यह माना जाएगा कि वह भी इस अतिक्रमण में सहभागी है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: अपर आयुक्त गढ़वाल हरक ङ्क्षसह रावत ने कहा कि सरकारी भूमि पर जहां भी अतिक्रमण है उसे संबंधित विभाग के अधिकारी तत्काल हटवाए। यदि अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो यह माना जाएगा कि संबंधित अधिकारी भी इस अतिक्रमण में सहभागी है। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
मंगलवार को नगर निगम सभागार में अपर आयुक्त गढ़वाल हरक सिंह रावत ने तहसील, नगर निगम और पुलिस विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। अतिक्रमण के मामले में उन्होंने कहा कि तहसील और नगर निगम प्रशासन की यह जिम्मेदारी है कि वह अपनी संपत्ति को अतिक्रमण से मुक्त कराए। इसके लिए समय- समय में ठोस कार्रवाई करे। चारधाम यात्रा बस अड्डा स्थित कांजी हाउस की भूमि पर हुए अतिक्रमण पर उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी कुछ वर्ष पूर्व इस अतिक्रमण का मौके पर निरीक्षण कर चुके हैं। यह अतिक्रमण ना हटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जितनी अवधि से अतिक्रमण हुआ है उस अवधि की क्षतिपूर्ति अतिक्रमणकारी से वसूल जाए।
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बैठक में तहसीलदार डा. अमृता शर्मा, सहायक नगर आयुक्त एलम दास, विनोद लाल, कर अधीक्षक निसात अंसारी, त्रिवेणी घाट चौकी प्रभारी उत्तम रमोला, नगर निगम के सहायक अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण, सफाई निरीक्षक डीडी सेमवाल, अभिषेक मल्होत्रा, संतोष गुसाईं प्रशांत कुकरेती आदि मौजूद रहे।
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