कोरोना संक्रमितों से वसूला ज्यादा शुल्क तो होगी कार्रवाई, ये भी दिए गए निर्देश

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही निजी अस्पतालों में मनमाना शुल्क वसूलने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। इस पर शासन ने स्पष्ट किया है कि यदि कहीं इस तरह की कोई शिकायत सामने आती है तो इसकी जांच की जाएगी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 08:34 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 08:34 PM (IST)
कोरोना संक्रमितों से वसूला ज्यादा शुल्क तो होगी कार्रवाई, ये भी दिए गए निर्देश
कोरोना संक्रमितों से वसूला ज्यादा शुल्क तो होगी कार्रवाई।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही निजी अस्पतालों में मनमाना शुल्क वसूलने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। इस पर शासन ने स्पष्ट किया है कि यदि कहीं इस तरह की कोई शिकायत सामने आती है तो इसकी जांच की जाएगी और सही पाए जाने पर कार्रवाई भी की जाएगी। इसके साथ ही शासन ने निजी अस्पतालों द्वारा बेड व अन्य स्थिति की जानकारी के लिए जारी नंबरों को भी दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इन नंबरों पर फोन न उठाए जाने की शिकायतें आने के बाद यह कदम उठाया गया है। 

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आमजन पर काफी भारी पड़ रही है। आलम यह है कि सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों को बामुश्किल बेड मिल पा रहे हैं। ऐसे में मरीज इलाज के लिए कुछ भी खर्च करने को तैयार हैं। इन सबके बीच कुछ अस्पतालों में मरीजों से मनमाना शुल्क वसूलने की बात भी सामने आ रही है। इन शिकायतों पर शासन गंभीर हुआ है। शासन ने दवाओं की कालाबाजारी के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया हुआ है। 

इस पर आने वाली शिकायतों पर पुलिस विभाग द्वारा जांच करने के साथ ही इनके सही मिलने पर कार्यवाही भी की जा रही है। अब शासन दवाओं के साथ ही अस्पतालों द्वारा अधिक शुल्क वसूले जाने की शिकायत का भी संज्ञान लेगा। ऐसा नहीं है कि किसी शिकायत के मिलने पर उस पर सीधे कार्रवाई की जाएगी, बल्कि पहले इसकी पूरी तरह पड़ताल की जाएगी। शिकायतकर्ता के साथ ही अस्पताल प्रबंधन का भी पूरा पक्ष जाना जाएगा। उसके बाद निकले निष्कर्ष पर कोई कदम उठाया जाएगा। शासन ने निजी अस्पतालों को सरकारी वेबसाइट पर जारी नंबरों को दुरुस्त करने को भी कहा है। 

दरअसल, इस तरह की बातें सामने आ रही हैं कि निजी अस्पतालों ने जो नंबर जारी किए हैं, उन पर फोन नहीं उठ रहे हैं या फिर वह नंबर बंद आ रहे हैं। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमितों से अधिक शुल्क न वसूला जाए। निजी अस्पतालों को उनके द्वारा दिए गए फोन नंबरों को दुरुस्त करने को भी कहा गया है।

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