किशोरी से छेड़छाड़ का आरोपित गिरफ्तार, दुष्कर्म के प्रयास का आरोपित फरार Dehradun News
पुलिस ने किशोरी से छेड़छाड़ के आरोपित को कोर्ट पुल ढकरानी से गिरफ्तार कर लिया। वहीं दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित की गिरफ्तारी को कई जगह दबिश दी लेकिन सफलता नहीं मिली।
देहरादून, जेएनएन। विकासनगर कोतवाली क्षेत्र में किशोरी से छेड़छाड़ और एक महिला से दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया। पुलिस ने किशोरी से छेड़छाड़ के आरोपित को कोर्ट पुल ढकरानी से गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित की गिरफ्तारी को कई जगह दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली।
कोतवाली में एक व्यक्ति ने तहरीर देकर अमित कुमार निवासी गोलघर, ढकरानी पर नाबालिग पुत्री के साथ छेड़खानी का आरोप लगाया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपित के खिलाफ छेड़छाड़ व पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया। विवेचना अधिकारी हरबर्टपुर चौकी इंचार्ज हिमानी चौधरी ने आरोपित के घर पर दबिश दी। वह घर से फरार मिला। इसके बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपित अमित को कोर्ट पुल ढकरानी से गिरफ्तार कर लिया।
दूसरे मामले में कोतवाली में डाक से प्राप्त महिला के प्रार्थना पत्र पर गुफरान मलिक निवासी ढकरानी के खिलाफ महिला से दुष्कर्म का प्रयास व मारपीट का मामला दर्ज किया गया। एसएसआइ रामनरेश शर्मा के अनुसार तहरीर में मामला पुराना है। महिला ने पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया था। इसकी जांच के बाद एसएसपी कार्यालय से प्रार्थनापत्र कोतवाली में आया है। मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है। अभी आरोपित पकड़ से बाहर है।
उत्पीड़न से तंग आकर की है आत्महत्या
जौनसार के लोगों ने महिला कांस्टेबिल मंजीता को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप एक पुलिस अधिकारी पर लगाते हुए जनजाति आयोग अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की।
क्षेत्रपंचायत सदस्य विक्रम सिंह पंवार व सामाजिक कार्यकर्ता अनिल रावत की अगुआई में जौनसार के कुछ लोग जनजाति आयोग कार्यालय पहुंचे। उन्होंने राज्य जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरतराम शर्मा को संबोधित एक पत्र सौंपा। बताया कि जौनसार-बावर परगने के सीमांत तहसील त्यूणी के भाटगढ़ी पंचायत निवासी मंजीता कुछ समय पहले उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हुई थी।
फसकी वर्तमान पोस्टिंग जिला हरिद्वार के थाना झबरेड़ा में थी। जहां से उसका तबादला थाना रुड़की हो गया। उसे कार्यमुक्त नहीं किया गया। आरक्षित कोटे की महिला सिपाही मंजीता को थाना झबरेड़ा में पुलिस अधिकारी द्वारा पिछले कई दिनों से मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान किया जा रहा था। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी करने पर सुनवाई नहीं हुई। अधिकारी की महिला सिपाही पर काफी समय से बुरी नजर थी। इससे परेशान महिला सिपाही मंजीता ने मजबूरन बीते सोमवार को आत्महत्या कर ली।
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आरोप लगाया कि मंजीता ने कुछ दिन पहले स्वजनों व अपने मंगेतर को फोन से मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न की जानकारी भी दी थी। वहीं पुलिस अधिकारी वास्तविक तथ्यों को छिपाकर मंजीता मामले को निजी कारणों से आत्महत्या का रूप देने का प्रयास कर रहे हैं। एसटी आयोग के अध्यक्ष मूरतराम शर्मा ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। मांग करने वालों में नवक्रांति स्वराज मोर्चा के प्रदेश संयोजक गंभीर सिंह, कुलदीप चौहान आदि भी शामिल थे।
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