उत्तराखंड में हर साल 900 महिलाओं को हो रहा कैंसर, सर्वाइकल एवं ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता शिविर में बोले चिकित्सक

देश में हर साल लगभग आठ लाख कैंसर के मामले सामने आते हैं आठ प्रतिशत मामले देर से पता लगने के कारण होते हैं। पहले जो कैंसर 40 से 50 के बीच की आयु में पता लगता था वह अब 30 से 40 पर आ गया है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 09:24 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 09:54 PM (IST)
उत्तराखंड में हर साल 900 महिलाओं को हो रहा कैंसर, सर्वाइकल एवं ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता शिविर में बोले चिकित्सक
लायनस क्लब पेटल्स देहरादून एलीट की ओर से सर्वाइकल एवं ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता शिवर आयोजित किया गया।

जागरण संवाददाता, देहरादून: देश में हर साल लगभग आठ लाख कैंसर के मामले सामने आते हैं, जिसमें दो लाख ब्रेस्ट कैंसर के होते हैं। आठ प्रतिशत मामले देर से पता लगने के कारण होते हैं। पहले जो कैंसर 40 से 50 के बीच की आयु में पता लगता था वह अब 30 से 40 पर आ गया है। 800 से 900 महिलाएं उत्तराखंड में हर साल कैंसर की मरीज बन रही हैं। ये बातें लायनस क्लब पेटल्स देहरादून एलीट की ओर से आयोजित सर्वाइकल एवं ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता शिवर में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. सुमिता प्रभाकर ने कहीं।

रविवार को सहस्रधारा क्रासिंग स्थित पंजाबी बिरादरी हाल में शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान डा. सुमिता प्रभाकर और उत्तरांचल महिला एसोसिएशन की अध्यक्ष साधना शर्मा ने महिलाओं को कैंसर और इससे बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डा. सुमिता ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर एचपीवी वायरस के कारण होता है जो कि सेक्सुअल कांटैक्ट से होता है। कैंसर के बड़े कारणों में मोटापा, प्रदूषण, मोबाइल रेडिएशन, पैक्ड फूड प्रमुख हैं। ओवरी का कैंसर सर्वाइकल कैंसर से ज्यादा खतरनाक होता है और प्रारंभिक स्थिति में पता लगने पर कैंसर का इलाज संभव है। इस दौरान पेटल्स क्लब की अध्यक्ष अंजली गर्ग, सचिव देवयानी बिश्नोई, कोषाध्यक्ष रीना आनंद, निशा शर्मा, नीतिका विरमानी, आस्था कोठारी, नीलू भसीन, अनुराधा भाटिया, निधि सूद, अनीता गुप्ता, प्रेमा नेगी, सीमा शर्मा, आरती टंडन, विभा, आकृति, अनीता सोनी आदि मौजूद रहे।

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कथाकार मन्नू भंडारी को किया याद

साहित्य विरादरी ने कथाकार स्व. मन्नू भंडारी की याद में एक गोष्ठी आयोजित की। इस दौरान उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित गोष्ठी में समाजसेवी और बुद्धिजीवी एकत्रित हुए। वक्ताओं ने उनकी लिखी पुस्तकों पर विस्तार से जानकारी दी। गीता गैरोला ने बताया कि मन्नू भंडारी ने महिलाओं पर कई लेख लिखे। उन्होंने घर में होने वाले विवादों से उत्पन्न होनी वाली स्थिति पर भी पुस्तक लिखी है। इस अवसर पर जयदीप सकलानी, भार्गव चंदोला, सुमन काला, डौली डबराल, सावित्री काला, डा. नूतन गैरोला, कुसुम भट्ट, सुरेश नेगी, त्रिलोचन भट्ट आदि मौजूद रहे।

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