सड़क के लिए ग्रामिणों ने भरी आंदोलन की हुंकार

स्वाधीनता आंदोलन में ब्रिटिश सैनिकों से लोहा लेने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंदन सिंह बिष्ट के गांव में आजादी के 73 वर्ष बाद भी सड़क नहीं पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 06:55 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 06:55 AM (IST)
सड़क के लिए ग्रामिणों ने भरी आंदोलन की हुंकार
सड़क के लिए ग्रामिणों ने भरी आंदोलन की हुंकार

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :

स्वाधीनता आंदोलन में ब्रिटिश सैनिकों से लोहा लेने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंदन सिंह बिष्ट के गांव में आजादी के 73 वर्ष बाद भी सड़क नहीं पहुंची। सड़क के लिए जन प्रतिनिधियों ने कई बार घोषणाएं तो की, मगर यह घोषणाएं और वायदे जमीन पर नहीं उतर पाए। आखिर सेनानी के गांववासियों ने अब आंदोलन की हुंकार भरी है।

बुधवार को ग्राम पंचायत कुमार्था की आम बैठक का मुख्य मुद्दा गांव की सड़क ही रही। ग्राम प्रधान रीना रावत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में गांव के रैबासी व प्रवासियों ने शिरकत की। प्रधान रीना रावत ने बताया कि गांव के लिए सड़क का कई बार सर्वे होने के बावजूद आज तक गांव की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि राजधानी देहरादून से मात्र 60 किमी, और ऋषिकेश से मात्र 21 किमी की दूरी पर स्थित कुमार्था गांव के साथ स्थानीय प्रतिनिधियों व सरकार का सौतेला व्यवहार रहा है।

क्षेत्र पंचायत सदस्य पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने बताया कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. चंदन सिंह बिष्ट के गांव की अनदेखी अब कतई बर्दास्त नही की जायेगी। सुदेश भट्ट ने बताया कि इससे पहले भी कई बार सड़क स्वीकृति के नाम पर सरकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के गांव को सडक मार्ग से जोड़ने के नाम पर कई बार घोषणाएं कर चुकी है। जबकि धरातल पर वास्तविकता शून्य है। जिससे ग्रामीण पलायन को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा क्षेत्र के साथ इस तरह का सौतेले व्यवहार कतई स्वीकार नही किया जायेगा। उन्होंने ग्रामीणों से लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया, जिसका सभी ने समर्थन किया। ग्राम प्रधान ने बताया कि यदि सरकार दो माह के भीतर उनकी मांग को गंभीरता से नही लेती तो इस बार हेंवल नदी के तट पर सरकार की होलिका जलाई जायेगी। आगामी चुनाव में किसी भी प्रत्याशी को वोट मांगने गांव मे घुसने नही दिया जाएगा। बैठक में पूर्व प्रधान ललित मोहन बडोला, स्वयंबर सिंह भंडारी, विजय बिष्ट, सुरमान सिंह बिष्ट, कमल रावत, दिनेश भंडारी, दयाल सिंह पयाल, प्रेम सिंह भंडारी, माधुरी देवी, वीरा देवी, पूर्व प्रधान सुलोचना देवी, शालनी देवी व आरती देवी मौजूद थे।

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