50 Percent Scholarship: ग्राफिक एरा से हिंदी में कीजिए बीटेक, मिलेगी 50 फीसद स्कालरशिप
50 Percent Scholarship ग्राफिक एरा की सोशल वेलफेयर कमेटी ने हिंदी माध्यम से बीटेक करने वाले छात्र-छात्राओं को 50 फीसद तक स्कालरशिप देने का फैसला लिया है। हिंदी माध्यम से पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए यह एक बड़ी राहत है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। 50 Percent Scholarship देहरादून के ग्राफिक एरा की सोशल वेलफेयर कमेटी ने हिंदी माध्यम से बीटेक करने वाले छात्र-छात्राओं को 50 फीसद तक स्कालरशिप देने का फैसला लिया है। हिंदी माध्यम से पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए यह एक बड़ी राहत है।
हिंदी माध्यम के विद्यालयों से आने वाले छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग में कठिनाई पेश आती है। इसी को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने इस सत्र से ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में भी हिंदी माध्यम से बीटेक पाठ्यक्रम शुरू करने को मंजूरी दी है। इसके तहत ग्राफिक एरा में कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन से हिंदी में बीटेक की पढ़ाई कराई जाएगी।
ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डा. कमल घनशाला ने बताया कि सोशल वेलफेयर कमेटी के इस फैसले से ङ्क्षहदी भाषी छात्र-छात्राओं को काफी राहत मिलेगी। अंग्रेजी में अच्छी पकड़ नहीं होने के चलते दूसरे क्षेत्रों में जाना उनकी मजबूरी नहीं बनेगा। विवि में हिंदी माध्यम से कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के लिए 75 फीसद और मैकेनिकल इंजीनियरिंग व इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन के लिए 60 फीसद न्यूनतम अंकों की अनिवार्यता होगी। इन तीनों कोर्स में 60-60 सीट रखी गई हैं। यह छूट देश के हर क्षेत्र के युवाओं को दी जाएगी। ऐसे युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए अंग्रेजी की विशेष कक्षाएं भी चलाई जाएंगी, ताकि उन्हें कारपोरेट जगत की जरूरतों के अनुरूप ढाला जा सके।
बच्चों में खेल के प्रति अगाध रुचि, मगर सुविधाएं शून्य
पूर्व मुख्यमंत्री व उत्तराखंड प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने सरकार पर युवा खिलाडिय़ों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में हमारे बच्चों में खेल के प्रति अगाध रुचि है, मगर सुविधाएं शून्य हैं। दो स्पोर्ट्स कालेज हैं देहरादून और पिथौरागढ़ में, लेकिन सुविधा कुछ नहीं है।
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उन्होंने कहा कि 2022 में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद जिन स्कूलों को भाजपा छात्रों के अभाव में बंद कर रही है, उन स्कूलों को हम स्पोट्र्स स्कूल में बदलेंगे। इन सब स्कूलों को दो स्पोर्ट्स कालेज के साथ जोड़ेंगे और एक स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी की भी स्थापना करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन राज्य सरकार ने अपने साढ़े चार के कार्यकाल में युवा खेल प्रतिभाओं की पूरी तरह अनदेखी की है जो निंदनीय हैं।
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