उत्‍तराखंड में सड़कें व छोटे-बड़े पुल क्षतिग्रस्त होने से 200 करोड़ का नुकसान

उत्‍तराखंड में तीन हुई भारी बारिश से खासा नुकसान हुआ है। इस दौरान कई सड़कें व छोटे-बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इससे करीब 200 करोड़ रुपये के नुकसान होने की आशंका है। लोक निर्माण विभाग मंत्री ने बंद सड़कें खोलने के निर्देश दिए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:52 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:52 AM (IST)
उत्‍तराखंड में सड़कें व छोटे-बड़े पुल क्षतिग्रस्त होने से 200 करोड़ का नुकसान
मंगलवार को मूसलधार बारिश से खैरना स्टेट हाईवे भुजान के पास कोसी में समा गया।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में रविवार से बुधवार तक हुई भारी बारिश से खासा नुकसान हुआ है। बारिश से बड़ी संख्या में पुल व पुलिया व सड़कें ध्वस्त हुई हैं। इससे ही लगभग 200 करोड़ का नुकसान होने की आशंका है। लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज ने विभागीय अधिकारियों को बंद सड़कें खोलने के साथ ही नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं।

प्रदेश में रविवार से शुरू हुई भारी बारिश ने कई स्थानों पर जम कर कहर बरपाया। कई घर जमींदोज हुए हैं तो, कई किलोमीटर सड़कें बह गई हैं। इससे विभिन्न स्थानों पर आवागमन भी प्रभावित हुआ है। विशेष रूप से कुमाऊं क्षेत्र में कई जगह मार्ग बह गए हैं। इस समय प्रदेश में चार प्रमुख नेशनल हाई वे बंद चल रहे हैं। इनमें टनकपुर-पिथौरागढ़, अल्मोड़ा-घाट, भवाली-अल्मोड़ा और जोशीमठ-बदरीनाथ मार्ग शामिल हैं। इसके अलावा कई स्टेट हाईवे भी बाधित हुए हैं।

इसे देखते हुए सरकार ने इन मार्गों को युद्धस्तर पर खोलने के निर्देश दिए हैं। लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि भारी बारिश से कई छोटे-बड़े पुल व सड़कें बही हैं। इससे तकरीबन 200 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि, विभागीय अधिकारियों को नुकसान का आकलन कर शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसके अलावा सभी अधिकारियों को जल्द से जल्द बंद मार्गों को खोलकर आवागमन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

आपदा से सिंचाई योजनाओं को पहुंची भारी क्षति

उत्तराखंड में आई आपदा से सिंचाई योजनाओं को भी बड़े पैमाने पर क्षति पहुंची है। हरिद्वार, रामनगर व हल्द्वानी क्षेत्र में ही करीब साढ़े आठ करोड़ के नुकसान का अनुमान है। सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने विभागाध्यक्ष को प्रदेशभर में आपदा से सिंचाई योजनाओं को पहुंची क्षति का आकलन कर सरकार को जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में रविवार से बुधवार सुबह तक अतिविृष्टि के रूप में बरसी आफत ने सिंचाई एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है।

सिंचाई विभाग के प्रारंभिक आकलन के मुताबिक हरिद्वार जिले में खानपुर समेत अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा तटबंध बहने, बाढ़ सुरक्षा कार्य क्षतिग्रस्त होने से 1.60 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। रामनगर में कोसी बैराज के अलावा विभिन्न नहरों को 3.94 करोड़ की क्षति का अनुमान है। इसी तरह हल्द्वानी में गौला बैराज के साथ ही विभिन्न नहरें क्षतिग्रस्त हुई हैं। यह क्षति 3.10 करोड़ आंकी गई है।

बताया गया कि अल्मोड़ा के सोमेश्वर, पिथौरागढ़ के धारचूला, टनकपुर में हुए बाढ़ सुरक्षा कार्यों को क्षति पहुंची है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी विभिन्न नदियों पर बनीं सिंचाई योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। नदियों का वेग कम होने के बाद क्षति की सही तस्वीर सामने आएगी।

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