साइबर हैकाथन में विशिष्ट शैक्षिक संस्थानों सहित 175 टीमों ने किया आवदेन

उत्तराखंड पुलिस की ओर से आइटी सेक्टर से जुड़े छात्रों और युवा उद्यमियों के कौशल व विशेषज्ञता की परख के लिए उत्तर भारत में पहली बार करवाए जा रहे साइबर हैकाथन में देश के विशिष्ट शैक्षिक संस्थानों के अलावा 175 टीमें अब तक प्रतियोगिता के लिए आवेदन कर चुके हैं।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 07:20 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 09:33 PM (IST)
साइबर हैकाथन में विशिष्ट शैक्षिक संस्थानों सहित 175 टीमों ने किया आवदेन
साइबर हैकाथन में विशिष्ट शैक्षिक संस्थानों के अलावा 175 टीमें अब तक प्रतियोगिता के लिए आवेदन कर चुकी हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की ओर से आइटी सेक्टर से जुड़े छात्रों और युवा उद्यमियों के कौशल व विशेषज्ञता की परख के लिए उत्तर भारत में पहली बार करवाए जा रहे साइबर हैकाथन में देश के विशिष्ट शैक्षिक संस्थानों के अलावा 175 टीमें अब तक प्रतियोगिता के लिए आवेदन कर चुकी हैं। आवेदन करने वाले प्रमुख संस्थानों में इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी, अमेटी यूनिवर्सिटी, कालेज आफ इंजीनियरिंग रुड़की, आइआइआइटी भुवनेश्वर, आइआइटी जम्मू, आइआइटी कानपुर, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी मद्रास, कुमाऊं यूनिवर्सिटी, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, राजस्थान पुलिस, यूपीईएस, वीआइटी भोपाल सहित जाने माने संस्थान शामिल हैं।

उत्तराखंड पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य युवा कौशल व विशेषज्ञता की मदद से पुलिस को और ज्यादा स्मार्ट बनाना है। यह कदम उत्तराखंड के लिए स्मार्ट पुलिसिंग के सफर में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग के लिए पहले devbhoomicyberhackathon.com पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

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ज्यूरी की ओर से टीमों का चयन 31 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसके बाद 10 और 11 नवंबर को पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी में प्रतियोगिता का आयोजन होगा। इसमें युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए 36 घंटे दिए जाएंगे। पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पाने वाली विजेता टीमों को 12 नवंबर को पुलिस मुख्यालय में पुरस्कृत किया जाएगा।

एसएसपी ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस की यह एक अहम पहल है। इससे युवा पीढ़ी अपनी अपार क्षमता का प्रयोग कर राज्य की पुलिसिंग को स्मार्ट बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकेंगे।

इनमें दिखानी होगी प्रतिभा

काल डिटेल रिकार्ड विश्लेषण साफ्टवेयर टूल। सोशल मीडिया विश्लेषण या रिकार्ड खोजने के उपकरण। अपराध आधारित डेटा संग्रह साफ्टवेयर। हाटस्पाट मैपिंग के लिए टूल। नेटवर्क सुरक्षा। इंटरनेट काल की जांच करना। बैंक खातों की जांच करना। प्रबंधन सूचना प्रणाली का विकास। मोबाइल डाटा का विश्लेषण करना। ओपन साफ्टवेयर, टूल व एप।

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