उत्तराखंड में राष्ट्रीय बचत को 1500 करोड़ का लक्ष्य, पढ़िए पूरी खबर
प्रदेश सरकार छोटी-छोटी बचत को प्रोत्साहित करेगी। चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बचत का सालाना लक्ष्य 1500 करोड़ तय किया गया है। साथ ही सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए अधिक संख्या में व्यक्तियों को प्रेरित करने को कहा है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश सरकार छोटी-छोटी बचत को प्रोत्साहित करेगी। चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बचत का सालाना लक्ष्य 1500 करोड़ तय किया गया है। साथ ही सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए अधिक संख्या में व्यक्तियों को प्रेरित करने को कहा है।
वित्त सचिव और राष्ट्रीय बचत निदेशक अमित नेगी ने सभी जिलाधिकारियों को राष्ट्रीय बचत लक्ष्य को पूरा करने के लिए आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य की वार्षिक योजना के वित्त पोषण में राष्ट्रीय बचत योजना का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में प्रदेश में राष्ट्रीय बचत का सालाना लक्ष्य 1000 करोड़ तय किया गया था। इसके सापेक्ष राज्य में 2661.27 करोड़ की धनराशि जमा की गई। सालाना लक्ष्य का यह 266.13 फीसद है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारियों को बधाई भी दी।
आदेश में उन्होंने जिलेवार निर्धारित लक्ष्य को सभी कार्यालयाध्यक्षों में वितरित करने को कहा है। वित्त सचिव ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाई कार्यक्रम के तहत जन्म से 10 वर्ष तक कन्याओं के सुरक्षित भविष्य व उच्च शिक्षा की आवश्यकताओं की पूर्ति को सुकन्या समृद्धि योजना लागू की गई है। इस योजना में 7.60 फीसद की दर से ब्याज देय है और अधिकतम डेढ़ लाख तक निवेश की सुविधा है। उन्होंने राष्ट्रीय बचत से जुड़ी इस योजना का प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।
उन्होंने पीपीएफ, राष्ट्रीय बचत पत्र, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, किसान विकास पत्र में अधिक निवेश के लिए व्यक्तियों को प्रोत्साहित करने को कहा। सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय बचत योजना से अधिक संख्या में व्यक्तियों को जोडऩे के लिए अभिकर्ताओं की संख्या को बढ़ाया जाए। उन्होंने नए अभिकर्ताओं की नियुक्ति को विशेष अभियान चलाने के निर्देश भी दिए।
यह भी पढ़ें-सैन्यधाम में नजर आएंगे टैंक और लड़ाकू विमान, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें