दो दिन की बारिश में दिख गया 14 साल का विकास
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा ऋषिकेश विधानसभा में बाढ़ नियंत्रण की व्यवस्था न होने से आमजन का परेशान होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा ऋषिकेश विधानसभा में बाढ़ नियंत्रण की व्यवस्था न होने से आमजन का परेशान होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दो दिन हुई बारिश से तमाम शहरी इलाके में जलभराव हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तो की मरम्मत और नए पुस्तो का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों के खेत बहने की जद तक आ गए हैं। उन्होंने कहा कि 14 साल से ऋषिकेश विधानसभा सीट भाजपा के पास है, क्षेत्रीय विधायक विकास के तमाम दावे करते रहते हैं, परन्तु 14 साल का विकास दो दिन की बारिश में नजर आ गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बारिश से प्रभावित किसानों और नागरिकों को मुआवजा उपलब्ध कराएं।
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बाढ़ प्रभावितों को तत्काल मुआवजा दे प्रशासन
गंगा का जल स्तर बढ़ने पर चंद्रेश्वर नगर में तटीय क्षेत्र में जलभराव हुआ। जिससे क्षेत्रवासियों को घरों में आने जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा, वहीं उनका राशन भी खराब हो गया। मौके पर पहुंचे कांग्रेस के जयेंद्र रमोला ने पीड़ितों का हाल जाना व संबंधित विभागीय अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस बारिश से सरकार के दावों की पोल खुल गई है। जहां एक ओर सरकार सड़कों व ड्रेनेज सिस्टम पर लाखों रुपये खर्च करने का दावा करती है। वहीं दूसरी ओर हल्की सी बारिश में भी ऋषिकेश के तमाम इलाकों में जलभराव हो जाता है। सरकार की लापरवाही का खामियाजा ऋषिकेश की जनता को बार बार भुगतना पड़ रहा है।
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नगर निकाय मुनिकीरेती अलर्ट मोड पर
गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी और अधिशासी अधिकारी बीपी भट्ट ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गंगा तटों रामझूला, खाराश्रोत, मुनिकीरेती, शीशम झाड़ी आदि क्षेत्रों को खाली करवाया गया। साथ ही मुनादी के माध्यम से लोग को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा। इस दौरान सफाई निरीक्षक भूपेंद्र पंवार, लिपिक दीपक कुमार और प्रमोद मौजूद थे।
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गंगा में बहकर आया हिरण
मंगलवार की सुबह गंगा में बढ़े जलस्तर के चलते राजाजी नेशनल पार्क के जीव-जंतुओं पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं। जिस से बचने के लिए एक हिरण का बच्चा कोयल घाटी पर स्थित साईं घाट में बहते हुए गंगा किनारे आ गया जिसकी सूचना पर पहुंची, वन विभाग की टीम ने उसे सुरक्षित निकालकर जंगल में छोड़ दिया है।