केदारनाथ में स्थापित होगी शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा, कृष्णशिला पत्थर से हुई है तैयार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप नए कलेवर में निखर रही केदारपुरी में जल्द ही आदि गुरु शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची और 35 टन वजनी प्रतिमा स्थापित होगी। मैसूर के मूर्तिकारों ने कृष्णशिला पत्थर से यह प्रतिमा तैैयार की है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:50 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:50 AM (IST)
केदारनाथ में स्थापित होगी शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा, कृष्णशिला पत्थर से हुई है तैयार
केदारनाथ में स्थापित होगी शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप नए कलेवर में निखर रही केदारपुरी में जल्द ही आदि गुरु शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची और 35 टन वजनी प्रतिमा स्थापित होगी। मैसूर के मूर्तिकारों ने कृष्णशिला पत्थर से यह प्रतिमा तैैयार की है, जो 25 जून को गोचर पहुंचेगी। फिर उसे केदारनाथ धाम ले जाया जाएगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इससे धाम में तीर्थयात्रियों के लिए नया आकर्षक स्थल तैयार होगा।

केदारनाथ में जून 2013 में आई दैवीय आपदा में आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि बह गई थी। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशों के क्रम में केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों के तहत शंकराचार्य की समाधि का विशेष डिजाइन तैयार किया गया। केदारनाथ मंदिर के ठीक पीछे छह मीटर जमीन की खुदाई कर समाधि तैयार की गई है। समाधि के मध्य में शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। मैसूर के मूर्तिकार योगीराज शिल्पी ने अपने पुत्र अरुण के साथ मिलकर यह प्रतिमा तैयार की है। चमक के लिए इसे नारियल पानी से पालिश किया गया है।

इससे पहले शंकराचार्य की प्रतिमा बनाने के लिए देशभर के मूर्तिकारों ने अपने माडल पेश किए थे। प्रधानमंत्री कार्यालय से योगीराज शिल्पी से प्रतिमा तैयार करने को अनुबंध किया गया। बताया गया कि योगीराज ने कच्चे माल के रूप में 120 टन वजनी पत्थर की खरीद की। छेनी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद प्रतिमा का वजन 35 टन हो गया है। पिछले साल सितंबर में प्रतिमा बनाने का काम शुरू हुआ, जो अब तैयार है। यह प्रतिमा शंकराचार्य को बैठने की स्थिति में प्रदर्शित करती है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार है। इसी के अनुरूप कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित होने से न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि चारधाम यात्रा से जुड़े व्यापारियों व कारोबारियों को भी लाभ मिलेगा। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि अब केदारनाथ में तीर्थयात्रियों को आदि गुरु शंकराचार्य के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया है।सेना के हेलीकाप्टर से पहुंचेगी प्रतिमासचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा सेना के हेलीकाप्टर से 25 जून को गौचर पहुंचेगी। उन्होंने प्रतिमा के निर्माण में जिंदल स्टील की ओर से दिए गए सहयोग के लिए आभार भी जताया।

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