चारधाम यात्रा में मेहमाननवाजी को तैयार 1017 होम स्टे, मिलेगी ये सुविधाएं

चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने राज्य में घर जैसा माहौल देने वाले 1017 होम स्टे तैयार करा दिए हैं। इनकी जानकारी भी एक क्लिक पर घर बैठे मिल जाएगी।

By BhanuEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 08:49 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 08:34 PM (IST)
चारधाम यात्रा में मेहमाननवाजी को तैयार 1017 होम स्टे, मिलेगी ये सुविधाएं
चारधाम यात्रा में मेहमाननवाजी को तैयार 1017 होम स्टे, मिलेगी ये सुविधाएं

देहरादून, संतोष भट्ट। यदि आप चारधाम यात्रा या पहाड़ की सैर पर आने का मन बना रहे तो होम-स्टे का आनंद जरूरी उठाएं। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने राज्य में घर जैसा माहौल देने वाले 1017 होम स्टे तैयार करा दिए हैं। इनकी जानकारी भी एक क्लिक पर घर बैठे मिल जाएगी। यही नहीं, होम स्टे के दौरान पहाड़ के लजीज व्यंजन और संस्कृति का लुत्फ उठाने का मौका भी पर्यटकों को मिलेगा। 

चारधाम यात्रियों के लिए इस बार बड़े होटल, बंगले, अतिथि गृह के विकल्प में एकांत और गांव में घर जैसा माहौल देने को होम स्टे भी तैयार हैं। एक से छह कमरों वाले होम स्टे में पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग कर ठहर सकते हैं। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने सभी पंजीकृत होम स्टे को अपने वेब साइट में ऑनलाइन किए हैं। 

चारधाम यात्रा के अलावा पहाड़ की सैर पर आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक भी इन होम स्टे में ठहरकर प्रकृति का आनंद उठा सकते हैं। पर्यटन विभाग की माने तो होम स्टे में न केवल पहाड़ के लजीज व्यंजन परोसे जाएंगे, बल्कि पर्यटकों की मांग के अनुरूप भी खाना तैयार होगा। 

इसके लिए सभी होम स्टे ने अपनी सुविधाएं भी ऑनलाइन दर्ज कराई हैं। पर्यटन विभाग ने सुविधाओं के अनुरूप होम स्टे का पैकेज बनाया है। ताकि पर्यटकों से मनमाना शुल्क न वसूला जाए। 

गांव में खुलेंगे रोजगार के द्वार 

होम स्टे पर्यटकों और चारधाम यात्रियों के ठहरने के लिए जहां सुविधाजनक होंगे, वहीं गांव में रोजगार के साधन बन रहे हैं। प्रमुख पर्यटक स्थल, ट्रेकिंग रूट और धार्मिक स्थलों पर खोले गए होम स्टे में बुकिंग मिलनी शुरू हो गई हैं। 

275 होम स्टे इंतजार में 

पर्यटन विभाग को होम स्टे के करीब 1292 आवेदन मिले थे। इसमें से 1017 पंजीकृत हो गए हैं। बाकी 275 को स्वीकृति का इंतजार है। सूत्रों का कहना है कि मानक पूरे न करने के कारण इनको अनुमति नहीं मिली है। सरकार ने होम स्टे पॉलिसी में जो मानक तय किए हैं, उसका पालन करना जरूरी है। 

दिए गए विशेष निर्देश 

सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के मुताबिक, चारधाम यात्रा और पर्यटक स्थलों वाले रूट पर होम स्टे तैयार हैं। होम स्टे में ठहरने वाले पर्यटकों को पहाड़ की अलग अनुभूति हो, इसके लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। 

राज्य में होम स्टे की संख्या-

जनपद------------------होम स्टे 

देहरादून-------------------211

हरिद्वार--------------------13

टिहरी---------------------105

उत्तरकाशी---------------105

पौड़ी------------------------20

रुद्रप्रयाग-------------------57

चमोली--------------------126

ऊधमसिंहनगर-------------02

नैनीताल------------------159

अल्मोड़ा------------------103

पिथौरागढ़----------------141

बागेश्वर--------------------29

चंपावत---------------------05

चारधाम यात्रियों की शिकायतों का समाधान करेगा कंट्रोल रूम 

चारधाम यात्रा पर आने वाले पर्यटकों, तीर्थयात्रियों की सहूलियत के लिए जीएमवीएन ने कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है। इस यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम करेगा। यहां शिकायत करने वालों की समस्याओं पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा। प्रबंधन निदेशक हर शिकायत को खुद मॉनीटर करेंगी। 

गढ़वाल मंडल विकास निगम के पास चारधाम यात्रा में होटल, बंगले, कैंटीन से लेकर टूर पैकेज का जिम्मा रहता है। इसके लिए देश-विदेश के पर्यटक ऑनलाइन और निगम के पीआरओ के मार्फत बुकिंग कराते हैं। कई बाद निगम की सेवाओं को लेकर पर्यटकों को जानकारी नहीं रहती है। 

इसी को ध्यान रखते हुए इस बार निगम ने 24 घंटे काम करने वाले कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी है। निगम मुख्यालय राजपुर रोड में कंट्रोल रूम खोला गया है। जहां शिफ्टवार कर्मचारी तैनात किए गए हैं। कंट्रोल रूम में आने वाली कॉल, मिस कॉल रजिस्ट्रर में दर्ज होंगी। प्रबंध निदेशक ईवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कॉल करने वालों की समस्या का समाधान हुआ या नहीं, इसकी स्वयं मॉनिटरिंग करेंगी। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम की जानकारी निगम के सभी बंगलों, कैंटीन, टेंट कॉलोनी, राफ्टिंग कैंप,वाहनों और पीआरओ सेंटर में दी जाएगी। 

कंट्रोल रूम नंबर- 0135-2746817, 2749308, 09568006639, 

व्हाट्सएप नंबर-08859966001

जीएमवीएन के 62 कर्मचारियों का चार धाम में ट्रांसफर

चारधाम यात्रा तैयारी के बीच गढ़वाल मंडल विकास निगम ने एक साथ 14 इकाइयों में तैनात 62 कर्मचारियों के ट्रांसफर कर दिए हैं। ये कर्मचारी ऑफ सीजन में जिला मुख्यालय या आसपास के बंगलों में सेवाएं दे रहे थे। सभी को 24 अप्रैल तक नए तैनाती स्थल पर ज्वाइनिंग देने के निर्देश दिए गए हैं।

गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद गढ़वाल मंडल विकास निगम की सभी इकाइयां बंद हो जाती हैं। यहां तैनात कर्मचारियों का ट्रांसफर जिला मुख्यालय या यात्रा रूट पर संचालित बंगलों, कैंटीन और अन्य इकाइयों में कर दिया जाता है। इनमें से कई कर्मचारियों को रोटेशन तो कुछ को दोबारा धामों में तैनाती दी जाती है। 

प्रबंध निदेशक ईवा आशीष श्रीवास्तव ने चारधाम यात्रा सीजन के लिए कर्मचारियों का ट्रांसफर आदेश जारी किया। प्रबंध निदेशक ने बताया कि पहली सूची में सहायक प्रबंधक से लेकर स्वागती, कक्ष सेव, कुक, चौकीदार, सफाई नायक, वेटर आदि शामिल हैं।

इन बंगलों में तैनात हुए कर्मचारी

पर्यटक आवास गृह गंगोत्री, भोजवासा, मनेरी, हनुमनाचट्टी, स्यानाचट्टी, फूलचट्टी, स्नोलगाड़, जानकीचट्टी, बदरीनाथ, पांडुकेश्वर, कालेश्वर, नंदप्रयाग, ग्वालदम, आदिबद्री आदि में कर्मचारियों को ट्रांसफर और अटैच किए हैं। 

कपाट खुलने से पहले होगी पूरी तैयारी 

जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक ईवा आशीष श्रीवास्तव के अनुसार, चारधाम यात्रा के लिए सभी बंगलों, कैंटीन में कर्मचारियों की तैनाती के आदेश दिए गए हैं। कपाट खुलने से पहले निगम सभी तैयारी पूरी कर लेगा। इसके लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है। 

केदारनाथ के क्षतिग्रस्त भवनों को ठीक करेगा आदित्य बिरला ग्रुप

केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी के कारण भवनों के क्षतिग्रस्त होने के साथ ही हुए अन्य नुकसान को दुरुस्त करने के लिए आदित्य बिरला ग्रुप ने आगे कदम बढ़ाया है। इसके लिए आदित्य बिरला ग्रुप द्वारा इन्हें बनाने के प्रस्ताव को सरकार ने अनुमति प्रदान कर दी है। 

इसके अलावा सरकार ने बदरीनाथ में इस्तेमाल होने वाले चंदन के लिए शार्ट टेंडर निकालने की अनुमति भी प्रदान कर दी है। केदारनाथ में बर्फबारी के कारण काफी नुकसान हुआ है। यहां फैब्रिकेटेड हट के अलावा कई आवास और निर्माण क्षतिग्रस्त हुए हैं। 

सरकार की मंशा चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले इन्हें दुरुस्त करने की है। इसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों संग यात्रा की तैयारियों को लेकर एक बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर सरकार की ओर से तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।

केदारनाथ धाम में बर्फबारी से काफी नुकसान हुआ है। आदित्य बिरला ग्रुप ने इन्हें बनाने को रुचि दिखाते हुए सरकार से अनुमति मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब इन निर्माण कार्यो का पूरा खर्च आदित्य बिरला ग्रुप वहन करेगा। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ में चंदन का काफी उपयोग होता है। यहां चंदन आपूर्ति के लिए टेंडर होता है। 

इसकी प्रक्रिया काफी लंबी होती है। इसका टेंडर यदि अभी होगा तो जून तक प्रक्रिया संपन्न हो पाएगी, ऐसे में सरकार ने इसके लिए शार्ट टर्म टेंडर के लिए अनुमति प्रदान कर दी है। अब 15 दिनों के भीतर चंदन खरीद के लिए टेंडर कर दिए जाएंगे।

यात्रा के दौरान ऋषिकेश में होगी वनवे व्यवस्था

चारधाम यात्रा के दौरान ऋषिकेश में वन-वे व्यवस्था लागू होगी। जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरुगेशन ने अधिकारियों को इसी सप्ताह वन-वे व्यवस्था के लिए रूट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन-वे व्यवस्था ऐसी हो, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी न हो और शहर का व्यापार व व्यवसाय पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। 

जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने नगर निगम सभागार में चारधाम यात्रा के संबंध में विभागीय अधिकारियों सहित स्थानीय व्यापारियों, होटल एसोसिएशन व संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने संयुक्त रोटेशन की तैयारियों की जानकारी लेते हुए उनसे संचालन में आ रही परेशानियों को जाना। संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियों ने चारधाम यात्रा के दौरान संयुक्त रोटेशन के अतिरिक्त नटराज चौक और चंद्रभागा पुल के समीप नदी में अस्थायी पार्किंग खोलने की मांग की। 

संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियों ने अवगत कराया कि उनके वाहन सिर्फ यात्रियों को होटल या धर्मशालाओं से लेने के लिए ही नगर में प्रवेश करते हैं, जबकि सभी वाहनों का संचालन शहर के बाहर से होता है, लिहाजा शहर में प्रवेश के लिए सही व्यवस्था बनाई जाए। 

यातायात व्यवस्था पर चिंता जताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि नगर में सड़कें बेहद संकीर्ण हैं, जिससे यहां यातायात सुचारू करने में परेशानी आएगी। उन्होंने उप जिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी व सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी से इसी सप्ताह के भीतर यात्रा काल के लिए वन-वे व्यवस्था बनाने के लिए सर्वे करने के निर्देश दिए। 

उन्होंने कहा कि वन-वे व्यवस्था में स्थानीय लोगों की सुविधा और व्यवसाय का विशेष ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही उन्होंने सड़कों पर होने वाले अतिक्रमण को हटाने के लिए नियमित रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने ऊर्जा निगम, जल संस्थान व पर्यटन विभाग के अधिकारियों को समय पर यात्रा तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए। 

बैठक में उप जिलाधिकारी प्रेमलाल, आरटीओ देहरादून दिनेश चंद्र पठोई, एआरटीओ डॉ. अनीता चमोला, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह, एसडीओ अरविंद नेगी, एसएसआइ ऋषिकेश मनोज नैनवाल, एसएसआइ मुनिकीरेती संजीत कुमार, सहायक नगर आयुक्त उत्तम सिंह नेगी, वन क्षेत्राधिकारी आरपीएस नेगी, परिवहन निगम के विपिन कुमार, संयुक्त रोटेशन के अध्यक्ष भानु प्रकाश रांगड़, पूर्व अध्यक्ष चंदन सिंह पंवार, बृजभानु प्रकाश गिरी, व्यापारी नेता राजकुमार अग्रवाल, वेद प्रकाश धींगड़ा, प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, गोपाल नारंग, मदन नागपाल, त्रिलोक सेक्योरिटी सिस्टम के मैनेजर प्रेम अनंत आदि उपस्थित थे। 

चार मई से खुल जाएगा कंट्रोल रूम 

जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरुगेशन ने बताया कि चार मई से ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में कंट्रोल रूम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूप में परिवहन विभाग, पुलिस, संयुक्त रोटेशन, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन आदि महत्वपूर्ण विभागों के काउंटर स्थापित किए जाएंगे। ताकि किसी भी तरह की परेशानी के समाधान के लिए सभी विभाग आपसी सामंजस्य के साथ काम कर सकें। 

अव्यवस्थाओं को देखकर अधिकारियों को लगाई फटकार 

जिलाधिकारी देहरादून ने नगर निगम सभागार में बैठक के पश्चात चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां पंजीकरण काउंटर का भी निरीक्षण किया। पंजीकरण का जिम्मा संभालने वाली त्रिलोक सेक्योरिटी सिस्टम के प्रबंधक प्रेम अनंत ने बताया कि एक मई से फोटो मैट्रिक पंजीकरण का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे जल्द ही पंजीकरण के लिए सिस्टम काम करने लगेगा। 

संभव है कि इससे पहले ही एक-दो काउंटर काम करने शुरू कर देंगे। जिलाधिकारी ने पंजीकरण काउंटर के बाहर यात्रियों की सुविधा के लिए टिन शेड को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके अलावा बस टर्मिनल कंपाउंड पर बने प्रतिक्षालयों में पंखों की व्यवस्था करने और नल व टोटियों को व्यवस्थित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। यहां सुलभ शौचालय के पास एक कमरे में हुए कब्जे को देखकर जिलाधिकारी बिफर गए। 

उन्होंने इस कब्जे को तत्काल खाली कराने के निर्देश दिए। एक सप्ताह के भीतर हो कार्रवाई चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को यहां हुए अवैध कब्जों की भी जानकारी दी गई। एक दुकान के संबंध में जब जिलाधिकारी को पता चला कि ध्वस्तीकरण के नोटिस के बाद भी दुकान जहां की तहां मौजूद है तो उन्होंने उप जिलाधिकारी को तलब किया। 

संबंधित पत्रावलियां उप जिलाधिकारी को थमाते हुए डीएम ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर इस पूरे मामले का निस्तारण करें। यदि दुकान अवैध है तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए। यदि वैध है तो इसकी रिपोर्ट भी उन्हें दी जाए। उन्होंने कहा कि वह एक सप्ताह के भीतर पुन: निरीक्षण को पहुंचेंगे, तब तक तैयारियां चाक-चौबंद होनी जरूरी है।

यह भी पढ़ें: केदारनाथ मंदिर में सायंकालीन आरती हुई महंगी, देने होंगे इतने रुपये

यह भी पढ़ें: केदारनाथ में तीन माह बाद बिजली आपूर्ति बहाल, पैदल मार्ग से हटाई गई बर्फ

यह भी पढ़ें: इस बार केदारनाथ में पहाड़ी संस्कृति के होंगे दर्शन, मिलेंगे ये खास व्यंजन

chat bot
आपका साथी