आजादी के सात दशक बाद भी गल्ला गांव के ग्रामीण सड़क से वंचित, डोली के सहारे मरीजों को दो किमी दूर सड़क तक लाते हैं ग्रामीण

चम्पावत के लोहाघाट स्थित गल्ला गांव के लोग आज भी सड़क सुविधा से महरूम है। आजादी के सात दशक बाद भी गांव तक सड़क नहीं पहुंच सकी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 11:36 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 06:12 AM (IST)
आजादी के सात दशक बाद भी गल्ला गांव के ग्रामीण सड़क  से वंचित, डोली के सहारे मरीजों को दो किमी दूर सड़क तक लाते हैं ग्रामीण
आजादी के सात दशक बाद भी गल्ला गांव के ग्रामीण सड़क से वंचित, डोली के सहारे मरीजों को दो किमी दूर सड़क तक लाते हैं ग्रामीण

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : इसे ग्रामीणों की नियति कहें या फिर तंत्र की लापरवाही। आजादी के सात दशक बाद भी बाराकोट ब्लॉक के गल्लागांव ग्राम सभा आज तक सड़क सुविधा से वंचित है। गांव तक सड़क नहीं होने से ग्रामीण दो किमी खड़ी चढ़ाई पैदल चलकर रोड तक पहुंचते हैं। सबसे बड़ी समस्या तब पैदा होती है जब गांव में कोई महिला प्रसव वेदना से पीड़ित हो या फिर किसी की अचानक तबीयत खराब हो जाए। ग्रामीणों को रात हो या दिन इन्हें डोली के सहारे सड़क तक लाना पड़ता है। गांव में कुल 85 परिवार हैं जिनकी आबादी 350 के लगभग है।

गांव को जाने वाला मार्ग भी दुर्गम पहाड़ियों से होकर गुजरता है। कहां कब क्या घटना घट जाए किसी को भी पता नहीं रहता है। ग्रामीण आज भी टकटकी लगाए सड़क का सपना देख रहे। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार शासन व प्रशासन से सड़क बनाने की गुहार लगा दी है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बताया कि केवल नेता वोट मांगने के लिए गांव में आते हैं और चुनाव जीतने के बाद मुड़कर नहीं आते। ========= फोटो: 10एलजीटीपी 2

गांव तक रोड न होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा दी गई है, लेकिन ग्रामीणों को आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिलता

- दीपक कालाकोटी, सदस्य, पूर्व क्षेत्र पंचायत ========== फोटो: 10 एलजीटी पी 3 गांव तक रोड नहीं होने के कारण गांव में किसी की भी तबीयत खराब होने पर दो किमी दूर सड़क तक मरीजों को डोली के सहारे ले जाना पड़ता है। गांव का रास्ता भी ठीक नहीं है कहा पर क्या हो जाए कोई पता है। ज्यादा दिक्कत गर्भवती महिलाओं को होती है।

- रंजीत सिंह बोहरा, ग्राम प्रधान, गल्लागांव ======== शीघ्र कार्यालय के दस्तावेजों व संबंधी अभियंता से समस्या की जानकारी हासिल करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

- शिवाकर चौरसिया, सहायक अभियंता प्रभारी ईई

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