सड़क किनारे झूलते पेड़ बन सकते हैं दुर्घटना का सबब

लोहाघाट नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के किनारे सूखे और हवा में झूलते पेड़ों से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:22 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:22 PM (IST)
सड़क किनारे झूलते पेड़ बन सकते हैं दुर्घटना का सबब
सड़क किनारे झूलते पेड़ बन सकते हैं दुर्घटना का सबब

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के किनारे सूखे और हवा में झूलते पेड़ों से दुर्घटना की आशका बनी हुई है। इसके आसपास से गुजरने वाले लोग अनहोनी की आशंका से डरे सहमे रहते हैं।

लोहाघाट-चम्पावत मोटर मार्ग पर कई जगह सड़क के किनारे पेड़ हवा में झूल रहे हैं। पेड़ों के गिरने से एनएच पर किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना होने का खतरा बना हुआ है। लोहाघाट गैस गोदाम, बाराकोट टैक्सी स्टैंड के पास देवदार के सूखे विशालकाय पेड़ जरा सी हवा में झूलने लगते हैं। विवेक ओली, प्रकाश सिंह, जगत सिंह हेम जोशी आदि ने बताया कि कई बार वन विभाग से पेड़ों का निस्तारण करने की मांग की जा चुकी है। लेकिन विभाग इस ओर ध्यान न देकर किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है। नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद वर्मा का कहना है कि इन पेड़ों के निस्तारण के लिए बीते दिनों जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया था। जिलाधिकारी ने वन विभाग को शीघ्र पेड़ों को चिह्नित कर निस्तारण करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा नगर के अंदर 32 पेड़ हैं, जिनसे लोगों को खतरा बना हुआ है। यहां तक कि लोग आंधी तूफान के समय अपने आशियाने के छोड़कर दूसरे के घरों में शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने ने वन विभाग से शीघ्र पेड़ों का निस्तारण करने की मांग की है। ======== बाराकोट मोटर पर गिरा पेड़ बना खतरा

लोहाघाट : बाराकोट मोटर मार्ग पर गलचौड़ा बाबा मंदिर और आइटीबीपी आवासीय परिसर के समीप चीड़ और देवदार का गिरा पेड़ वाहनों के लिए खतरा बने हुए हैं। आइटीबीपी आवासीय परिसर के समीप बीते दिनों बारिश के दौरान चीड़ का विशालकाय सड़क में गिर गया था। वाहन चालकों की मदद से सड़क को आवाजाही करने योग्य बनाया गया। चीड़ के पेड़ का आधा हिस्सा सड़क किनारे तक पहुंचा हुआ है, इससे किसी भी वक्त दुर्घटना घट सकती है। आरडी चौथिया, दयाकिशन चतुर्वेदी, बल्लभ तलनियां, भगवत प्रसाद, महेश चंद्र, कंचन, खिलानंद आदि ने सड़क किनारे गिरे पेड़ों का निस्तारण करने की मांग की है। ======= संवेदनशील स्थानों पर पेड़ों का छपान कर वन निगम को सूची भेज दी गई है। शीघ्र निस्तारण कर लिया जाएगा। पेड़ों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

-दीप जोशी, रेंजर, लोहाघाट

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