लकड़ी लेने गए बुजुर्ग को बाघ ने किया लहूलुहान
चम्पावत के टनकपुर में लकड़ी बीनने जंगल गए एक बुजुर्ग पर बाघ ने हमला बोल दिया।
टनकपुर, जेएनएन : लकड़ी बीनने जंगल गए एक बुजुर्ग को शुक्रवार को करीब 10 बजे बाघ ने अपना निवाला बनाकर लहूलुहान कर दिया। गांव पहुंचे घायल को ग्रामीण संयुक्त चिकित्सालय ले गए। जहां उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया। घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
कोतवाली क्षेत्र के मल्ली छीनी निवासी 63 वर्षीय कुंदन सिंह बिष्ट पुत्र स्व. स्वरूप सिंह बिष्ट शुक्रवार को अपने साथी गोधन के साथ शारदा रेंज के छीनी बीट नंबर छह में सुबह लकड़ी बीनने गए थे। लकड़ी बीनते समय बाघ ने कुंदन पर हमला बोल दिया। यह देख गोधन हिम्मत कर हल्ला मचाते हुए बाघ की तरफ बढ़ा। तब तक बाघ ने कुंदन पर दो बार हमला बोल कर गंभीर रूप से लहूलुहान कर दिया। बचाव के लिए कुंदन ने दराती का सहारा लिया। जिससे बाघ आगे हिम्मत नहीं जुटा पाया और वापस लौट गया। बाद में ग्रामीणों कि मदद से घायल को संयुक्त चिकित्सालय लाया गया। जहां घायल के दोनों कंधों पर सात टाके लगाने के बाद छुट्टी दे दी गई है। इधर, डिप्टी रेंजर कैलाश गुणवंत ने बताया कि इन दिनों बाघ का मूवमेट गेंडाखाली से छीनीगोठ की तरफ है। जो बहुत ही बड़ा वह अकेला है। और एक मादा बाघ दो बच्चों के साथ ककराली बीट पर दिखाई देती है। उन्होने जंगल में अनावश्यक न जाने को कहा है। क्षेत्र में तीन वर्ष में बाघ ने बोरागोठ कि हेमा देवी व भगवती देवी, ककराली गेट कि राधा देवी व बस्तिया कि जानकी देवी को निवाला बनाया है।