क्वारकोली व लड़ीधुरा में तीन हेक्टेयर जंगल राख

चम्पावत जिले में जंगलों में आग लगने की घटनाओं को रोकना असंभव हो गया है। लगातार जंगल आग से धधक रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 11:09 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 11:09 PM (IST)
क्वारकोली व लड़ीधुरा में तीन हेक्टेयर जंगल राख
क्वारकोली व लड़ीधुरा में तीन हेक्टेयर जंगल राख

जागरण टीम, चम्पावत/ लोहाघाट : जंगलों में आग लगने की घटनाओं को रोकना असंभव हो गया है। लगातार जंगल आग से धधक रहे हैं। दमकल विभाग जरूर आग को फैलने से रोकने में सहयोग कर रहा है। शनिवार की देर शाम कई जंगलों में आग लगने से बड़े पैमाने पर पेड़ पौधों को नुकसान पहुंचा। जंगलों से उठ रहे धुंए के गुबार से जिले में कई स्थानों पर विजिबिलिटी 25 से 30 मीटर तक सिमट गई है।

यहां बाराकोट विकास खंड के क्वारकोली और लड़ीधुरा के जंगलों में शनिवार को आग लग गई। सूचना पर मोहन सिंह थापा के नेतृत्व में दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। हालांकि वनाग्नि से तीन हेक्टेयर जंगल में पेड़ पौधों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। आग बुझाने में मोहन सिंह थापा, सलामत जान, राजेश खर्कवाल, भरत सिह बोहरा, गोविंद पनेरू, चंचल सिंह माहरा आदि जुटे रहे। इधर देवीधुरा, पाटी, भिंगराड़ा के जंगलों में भी आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।

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मरोड़ाखान में आग ने झूमाधुरी के जंगल को चपेट में लिया

लोहाघाट : शनिवार को मरोड़ाखान के जंगल में लगी आग रविवार को पाटनी पाटनी गांव के झूमाधुरी के जंगल तक पहुंच गई। आग से झूमाधुरी में बांज का आधा जंगल राख हो गया। आग धीरे-धीरे पूरे जंगल में फैल रही है। सूचना मिलने के बाद स्थानीय लोग आग बुझाने पहुंचे लेकिन घना जंगल होने और आग तेजी से फैलने के कारण उसे बुझाया नहीं जा सका। इधर शनिवार की रात बाराकोट विकासखंड के ही छुलापै गांव का ख्वेड़ा नामक जंगल आग से जल गया। रविवार सुबह भी जंगल में आग सुलग रही थी।

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पिरूल और सूखी पत्तियों से तेजी से फैल रही आग

चम्पावत : बारिश न होने से जंगलों में नमी पूरी तरह खत्म हो गई है। चीड़ का पिरूल और अन्य पेड़ों की सूखी पत्तियां आग भड़काने में मदद कर रही हैं। बारिश न होने और तपिश बढ़ने के कारण जंगलों की घास सूख गई है। रेंजर दीप चंद्र जोशी ने बताया कि सड़क के आस-पास से सटे जंगलों में पिरूल और सूखी पत्तियों को हटाने का काम चल रहा है। खड़ी पहाड़ी में स्थित जंगलों में यह काम करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया आग लगने की 70 प्रतिशत घटनाओं में शरारती तत्वों का हाथ है। वन विभाग ऐसे लोगों की पहचान कर रहा है।

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