चम्पावत के बाराकोट में लकड़ी का पुल बना युवाओं ने प्रशासन को दिखाया आईना
चम्पावत के बाराकोट विकास खंड के सुतेड़ा गांव के युवाओं ने दोनों छोर से टूटी सड़क पर लकड़ी का पुल बनाकर प्रशासन का आईना दिखाया है।
संवाद सहयोगी, चम्पावत : बाराकोट विकास खंड के सुतेड़ा गांव के युवाओं ने दोनों छोर से क्षतिग्रस्त सड़क पर लकड़ी का कच्चा पुल तैयार कर दिया। युवकों के इस कार्य ने आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्य करने का दम भरने वाले प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को भी आईना दिखाया है। युवाओं का यह कार्य पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्हें लोगों की शाबाशी भी मिल रही है। लकड़ी के इस पुल से पैदल आवाजाही शुरू हो गई है।
पिछले दिनों हुई भारी बारिश से वल्सों-चाचड़ी-सुतेड़ा मार्ग करीब 300 मीटर कट गया। इससे पैदल आवाजाही के साथ वाहनों का संचालन ठप हो गया। कुछ दिन तक जब सड़क दुरुस्त नहीं हुई तो गांव के युवाओं ने दोनों ओर से पूरी तरह ध्वस्त हो गए सड़क के हिस्से पर कुछ ही घंटे में लकड़ी का पुल तैयार कर दिया। हालांकि यह पुल कच्चा होने के कारण खतरनाक है, लेकिन ग्रामीण इससे पैदल आवाजाही करने लगे हैं। शुरुआत में युवाओं ने मार्ग में फंसे छोटे वाहनों को पुल से निकालने का भी प्रयास किया। इस पुल से न केवल सुतेड़ा बल्कि आसपास के गांवों की एक हजार की आबादी को आवाजाही का माध्यम मिला है। युवक मंगल दल अध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि भारी बारिश से गांव को जाने वाले मार्ग का करीब 300 मीटर हिस्सा टूट गया। गाव की ओर तीन टैक्सियां और चार बाइकें भी फंस गई थी। पैदल चलना भी मुश्किल हो गया था। युवाओं ने खंभों के सहारे लकड़ी से कच्चा पुल बना दिया। मिट्टी गीली होने से इसमें दिक्कत भी आई, लेकिन सामूहिक प्रयासों से सफलता मिल गई। श्रमदान में कमल शर्मा, कुंवर सिंह, मदन सिंह, हरीश कुमार, दीपक सिंह, उप प्रधान अमित सिंह, पूर्व सरपंच प्रहलाद सिंह आदि ने हाथ बंटाया। बाराकोट की ब्लॉक प्रमुख विनीता फत्र्याल ने युवाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि शीघ्र ही सड़क को दुरुस्त करवाया जाएगा।
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प्रशासन ने की लकड़ी के पुल का उपयोग न करने की अपील
लकड़ी के कच्चे पुल से वाहनों को निकाले जाने की खबर लगने के बाद रविवार शाम लोहाघाट के एसडीएम केएन गोस्वामी गांव पहुंचे। उन्होंने लोगों से पुल का उपयोग आवाजाही के लिए न करने की अपील की। कहा कि युवाओं का प्रयास सराहनीय है, लेकिन पुल खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने जल्दी सड़क और क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत शुरू करने का आश्वासन दिया।