मां के जयकारों से गुंजायमान हुई लड़ीधूरा की चोटी

लोहाघाट के प्रसिद्ध लड़ीधूरा मेले में शरद पूर्णिमा के दिन मां भगवती की रथ यात्रा निकली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:12 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:16 PM (IST)
मां के जयकारों से गुंजायमान हुई लड़ीधूरा की चोटी
मां के जयकारों से गुंजायमान हुई लड़ीधूरा की चोटी

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : क्षेत्र के प्रसिद्ध लड़ीधूरा मेले में शरद पूर्णिमा के दिन उठे मां भगवती व काली के रथों के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का हुजुम उमड़ पड़ा। सुबह से ही बाराकोट, काकड़ व पम्दा गांवों के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो गई। दोपहर बाद उठे रथों को रस्सों के सहारे खड़ी चढ़ाई पार कर लड़ीधूरा मंदिर लाया गया।

काकड़ पम्दा गांव से उठा पहला देवी रथ सात किमी के अति दुर्गम रास्तों व पंगडंडियों को पार करता हुआ मंदिर पहुंचा। रथ में भगवती के रूप में देव डांगर कल्याण सिंह अधिकारी सवार थे। दूसरा रथ बाराकोट गांव से रस्सों के सहारे छह किमी का सफर तय करता हुआ मंदिर पहुंचा। रथ में भगवती के रूप में देव डांगर रंजीत सिंह अधिकारी सवार थे। रथों को खींचने के लिए श्रद्धालुओं में जबरदस्त होड़ लगी हुई थी, हर कोई में के रथ में कंधा लगाकर पुण्य को अर्जित करना चाहता था। रथों के आगे भक्त मां का जयकारा लगाते हुए चल रहे थे। पीछे से महिलाएं मंगल गीतों का गायन कर रही थी। जिससे लड़ीधूरा सहित क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया। रथों से उतरकर देव डांगरों ने श्रद्धालुओं के कष्टों का निवारण करने के लिए चंवर गाय की पूंछ से आशीर्वाद दिया। बाद में रथों को मंदिर की परिक्रमा कराने के बाद विसर्जित कर दिया गया। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस कर्मी मंदिर परिसर में मौजूद रहे। जिन्होंने कोविड के नियमों का पालन करवाया। ======= जिला पंचायत अध्यक्ष ने किया समापन

लोहाघाट : लड़ीधूरा महोत्सव का समापन जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने किया। महोत्सव के सफल संचालन में सहयोगी रहे लोगों का समिति अध्यक्ष नगेंद्र कुमार जोशी ने आभार जताया। इस मौके पर रितेश वर्मा, लोकमान सिंह अधिकारी, दीपक सिंह अधिकारी, राजेश सिंह अधिकारी, मनोज वर्मा, देवेंद्र सिंह अधिकारी, महेश सिंह अधिकारी, नमन जोशी, मोहन नाथ गोस्वामी, कृष्ण नाथ गोस्वामी, हरीश चंद्र जोशी, मनोज जोशी आदि मौजूद रहे। ========= बंदेलाढेक से द्योखुरा के मां भगवती मंदिर पहुंचा देवी रथ

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : विशुंग के बंदेलाढेक से निकला मां भगवती का रथ गगनभेदी जयकारे के साथ दयोखुरा स्थित भगवती मंदिर लाया गया। रथ में भगवती के रूप सवार देव डांगर दिनेश सिंह ढेक ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। रथ के मंदिर पहुंचते ही मां के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। बाद में बेतालों को दूध व अक्षत की गाल खिलाई गई। डांगरों ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। मंदिर में कमलाकांत चौबे और मदन बगौली ने पूजा-अर्चना कराई। शुक्रवार की रात बंदेला ढेक के मंदिर में रात भर जागरण किया गया। देव डांगरों ने गददी लगाकर फरिदयों दुखों का निवारण किया। ========= सूरकोट में निकली मां भगवती की रथयात्रा

लोहाघाट : बाराकोट ब्लाक के रावलगांव शिव मंदिर में शुक्रवार को रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। मंदिर के पुजारी ने देव डांगरों को जल और गोमूत्र से स्नान कराकर अवतरित किया गया। देव डांगरों ने देव गद्दी लगाकर पितृ बाधाओं का निवारण किया। मंदिर में भजन कीर्तनों का भी आयोजन किया गया। इस दौरान राज्य आंदोलन कारी राजू गड़कोटी, चंद्रशेखर गड़कोटी, दीपक गड़कोटी, देवकी नंदन गड़कोटी, प्रकाश चंद्र, सुरेश चंद्र, वंशीधर, जगदीश चंद्र, रमेश चंद्र आदि मौजूद रहे। शनिवार को रावलगांव के तोक सूरकोट में मां भगवती की देवीरथ यात्रा निकली। रथ को गांव के मुख्य मंदिर से धार मंदिर लाया गया। मंदिर में रथ की पूजा-अर्चना कर मेले का समापन किया गया। इस दौरान भुवन नाथ गोस्वामी, हरीश नाथ, दिवान नाथ, प्रकाश, जगदीश नाथ, रमेश नाथ आदि मौजूद रहे।

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