चम्पावत जिले में बारिश के पानी को किया जाएगा संरक्षित

चम्पावत में हर घर नल योजना के तहत जल स्रोतों में पानी की उपलब्धता बनाए रखने के लिए जिले में कैख्द रे थी के तहत बारिश का पानी को संरखित रखने के लिए अभियान चलाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 10:58 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 10:58 PM (IST)
चम्पावत जिले में बारिश के पानी को किया जाएगा संरक्षित
चम्पावत जिले में बारिश के पानी को किया जाएगा संरक्षित

संवाद सहयोगी, चम्पावत : हर घर नल योजना के तहत जल स्रोतों में पानी की उपलब्धता बनाए रखने के लिए जिले में कैच द रेन थीम के तहत बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए वृहद अभियान चलाया जाएगा। बुधवार को जिला सभागार में बैठक में सीडीओ आरएस रावत ने अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए संबंधित अधिकारियों को अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाने के निर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि देश भर में वर्षा जल संचयन अभियान देश चलाया जा रहा है। जिले में भी इस अभियान को 22 मार्च से चलाया जा रहा है जो 30 नवंबर तक चलेगा। इस अभियान का नारा-जहा भी गिरे और जब भी गिरे वर्षा का पानी जमा करें, है। उन्होंने इस आंदोलन का गाव-गाव में जन आदोलन के रूप में चलाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। सीडीओ ने बताया कि बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालयों में जल संरक्षण के लिए पिट बनाए जाएंगे। नष्ट हो चुके जल स्रोतों की जीर्णोद्धार किया जाएगा तथा नौले धारों के आसपास चौड़ी पत्ती के पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने ग्राम विकास अधिकारियों व ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को जल्द ग्रामवार कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक का संचालन करते हुए डीडीओ संतोष कुमार पंत ने कहा की इस अभियान के तहत सरकारी संस्थाओं में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक बनाए जाएंगे। गावों में चेकडैम, वाटर हार्वेस्टिंग पिट बनाने के साथ तालाबों का निर्माण किया जाएगा। कहा कि जल स्रोतों तक उनके कैचमेंट एरिया से बारिश का पानी लाने वाले चैनलों की राह से बाधाएं हटाई जाएंगी। सूख चुके नौलों और कुओं को दुरुस्त किया जाएगा ताकि इनके जरिये बारिश का पानी धरती की कोख में भेजा जा सके। सभी भवनों के छतों पर वर्षा जल संग्रहण प्रणाली स्थापित की जाएगी। सभी जल निकायों की जीआइएस मैपिंग होगी। बैठक में पीडी हेमंती गुंज्याल, सीईओ आरसी पुरोहित, जिला पंचायत राज अधिकारी सुरेश बेनी, जल निगम के ईई पेयजल वीके जोशी, बीडीओ कमल कुमार पाडेय, एमसी कांडपाल के अलावा सहायक विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत एवं ग्राम विकास अधिकारी मौजूद रहे।

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