क्षेत्र पंचायत की बैठक में हंगामा
चम्पावत बीडीसी बैठक में सदस्यों के एक गुट ने ब्लाक प्रमुख रेखा देवी पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : चम्पावत बीडीसी बैठक में सदस्यों के एक गुट ने ब्लाक प्रमुख रेखा देवी पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। जैसे ही बैठक के बीच से ब्लाक प्रमुख जरूरी काम से जाने लगी सदस्य आक्रोशित हो गए और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि ब्लाक प्रमुख बिना कार्य योजना पास हुए और सदस्यों की बात सुने ही बैठक छोड़ रही हैं जो परंपरा के खिलाफ है। सदन में मौजूद अधिकारियों ने सदस्यों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। ब्लाक प्रमुख के सदन से बाहर जाने के बाद नाराज सदस्यों ने बीडीओ का घेराव कर दिया और क्षेत्र पंचायत निधि से हो रहे विकास कार्यो की जांच करने की मांग की।
शनिवार को हुई बीडीसी बैठक उस समय हंगामे में बदल गई जब ब्लाक प्रमुख जरूरी काम से बैठक बीच में छोड़कर बाहर जाने लगी। विरोधी गुट के सदस्यों ने ब्लाक प्रमुख के बीच में बैठक छोड़ने को गलत बताया। कहा कि बिना कार्ययोजना की मंजूरी और सदस्यों की बात सुने प्रमुख का बैठक छोड़ना ठीक नहीं है। इधर ब्लाक प्रमुख जरूरी मीटिंग का हवाला देते हुए अन्यत्र जाने की बात कहते हुए सदन से बाहर चले गई। जैसे ही प्रमुख बाहर निकली विरोधी गुट के सदस्यों का आक्रोश बढ़ गया।
बीडीसी सदस्य मुकेश महराना, राजेश उप्रेती, कमल रावत, उमेश खर्कवाल, दीपा जोशी, मनोज जोशी, रविशंकर, अनीता महर, दीपक कुमार कहना था कि क्षेत्र पंचायत निधि से किए जा रहे कार्यो में धांधली की जा रही है। बिना सदस्यों को विश्वास में लिए और नियोजन समिति की स्वीकृति के ही कार्य किए जा रहे हैं। पुराने कार्यो को नया दिखाकर उनकी नपती की जा रही है। उन्होंने बिना टेंडर व स्टीमेट स्वीकृत किए कार्य करने का भी आरोप लगाया। कहा कि ब्लसक प्रमुख खेमे से बाहर के 17 सदस्यों को काम नहीं दिया जा रहा है जबकि उनके पक्ष के 23 सदस्यों को लगातार काम मिल रहा है। इधर ब्लाक प्रमुख के समर्थक सदस्यों का कहना था कि विरोधियों के आरोप पूरी तरह गतल हैं। वह राजनीति से प्रेरित होकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। इस बीच विरोधी गुट के आक्रोशित सदस्यों ने सीडीओ आरएस रावत से क्षेत्र पंचायत निधि से हो रहे कार्यो की जांच करने की मांग की। उन्होंने बीडीओ केके पांडेय का घेराव कर ब्लाक प्रमुख द्वारा मनमाने ढंग से किए जा रहे कार्यो पर लगाम लगाने की मांग की।