आंचल मिल्क बूथ खोलने के लिए युवाओं को मिलेगा लोन

प्रवासियों को रोजगार देने के लिए दुग्धमंत्री धन सिंह रावत ने चम्पावत में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारंभ किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 06:29 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 06:12 AM (IST)
आंचल मिल्क बूथ खोलने के लिए युवाओं को मिलेगा लोन
आंचल मिल्क बूथ खोलने के लिए युवाओं को मिलेगा लोन

संवाद सहयोगी, चम्पावत : लॉकडाउन के दौरान बाहरी राज्यों एवं जिलों से घर लौट रहे प्रवासियों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़ने के कवायद शुरू हो गई है। शुक्रवार को बेरोजगारों को रोजगार देने के उद्देश्य से राज्य के दुग्ध मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रदेश में चलाई गई मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की शुरूआत चम्पावत जिले में की।

दुग्ध संघ अध्यक्ष पार्वती जोशी की अध्यक्षता मैं आयोजित ऑनलाइन बैठक के दौरान दुग्ध मंत्री ने बताया चम्पावत जिले में समेकित सरकारी विकास समिति परियोजना तथा गंगा गाय महिला डेयरी योजना चलाई जा रही है। जिसमें तीन पशुओं के 200 यूनिट, पाच पशुओं के 75 यूनिट स्थापित किए जाने का लक्ष्य रखा है। जिसमें 25 प्रतिशत की अनुदान राशि दी जाएगी। इसके अलावा नगरीय क्षेत्र के युवाओं केलिए 20 आंचल मिल्क बूथ खोलने के लिए ऋण दिया जाएगा। मंत्री ने बताया कि गाय गंगा डेयरी योजना में 40 ग्रामीण बेसहारा महिलाओं को एक पशु खरीदने के लिए 27 हजार रुपये अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना से डेयरी के माध्यम जिले के कुल 335 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। दुग्ध संघ अध्यक्ष पार्वती जोशी ने चम्पावत को समेकित सहकारी विकास योजना के तहत दुग्ध उत्पादकों के नियमित भुगतान हेतु एक करोड़ की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री, दुग्धमंत्री और स्थानीय विधायक कैलाश गहतोड़ी का आभार जताया। उन्होंने बताया कि सरकार के इस प्रयास से लॉकडाउन के दौरान घर आ रहे प्रवासियों को स्वरोजगार में मदद मिलेगी। दुग्ध संघ प्रबंधक राजेश मेहता ने बताया कि तीन पशु यूनिट हेतु 2.465 लाख रुपये, पांच पशु यूनिट हेतु 4.075 लाख रुपये योजना की लागत है। जिसमें 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। आंचल मिल्क बूथ ऋण दो लाख रुपये योजना की लागत है, जिसमें अनुदान की राशि 20 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि एक जून से 15 जुलाई तक विशेष अभियान चलाकर फार्म भरे जाएंगे। गंगा गाय महिला डेयरी योजना के तहत जिले के ग्रामीण इलाकों में गरीब महिलाओं को 47 हजार रुपये का ऋण बैंकों के माध्यम से दिया जाएगा। जिसमें 27 हजार रुपया अनुदान है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चम्पावत में दुग्ध के साथ पनीर, खोया, दही, छांझ, छुरपी, घी, क्रीम का प्रोडक्शन किया जा रहा है। इस दौरान सहायक डेयरी विकास नरेंद्र सिंह डुंगरिया, कृष्णानंद जोशी, सुंदर सिंह बोहरा, लीलाधर बिनवाल, मान सिंह पाटनी समेत कई लोग मौजूद रहे।

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