लोहाघाट नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहा रसोई गैस का संकट

लोहाघाट नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रसोई गैस की आपूर्ति न होने से दिन प्रतिदिन दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 09:23 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 09:23 PM (IST)
लोहाघाट नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहा रसोई गैस का संकट
लोहाघाट नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहा रसोई गैस का संकट

संस, लोहाघाट : नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रसोई गैस की आपूर्ति न होने से दिन प्रतिदिन दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग सुबह ही खाली सिलिंडर लेकर गैस एजेंसी पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें गैस नहीं मिल पा रही है। गुरुवार को नगर पंचायत सभासद के नेतृत्व में लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर गैस आपूर्ति सुचारू करने की माग की।

सभासद राज किशोर साह के नेतृत्व में नगर के लोगों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि एक सप्ताह से ज्यादा समय से लोगों को गैस सिलिंडर नहीं मिल पा रहे हैं। प्रतिदिन सुबह पाच बजे कामकाजी महिलाएं गैस सिलिंडर लेने के लिए गैस एजेंसी पहुंच रही है। काम धंधा छोड़कर घटों लाइन लगाने के बाद भी सिलिंडर नहीं मिल पा रहा है। जिससे नगर के लोगों में आक्रोश पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि शीघ्र रसोई गैस की आपूर्ति सुचारू नहीं की गई तो लोग आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। गैस प्रबंधक गोविंद आर्या ने बताया कि गैस का वाहन सुचारु रूप से भेजा जा रहा है, लेकिन प्लाट से कम सिलिंडर मिलने से सभी उपभोक्ताओं को आपूर्ति नहीं हो पा रही है। बताया कि वर्तमान में एक हजार सिलिंडरों का बैकलाग चल रहा है। शीघ्र समस्या का समाधान किया जाएगा। इस मौके सभासद भुवन बहादुर, दीपक साह,कमला शाह, कैलाश राम सिंह, सुमित राय, रमेश चंद्र, हरीश पांडेय, प्रकाश लाल साह आदि मौजूद रहे। ======= लोहाघाट अस्पताल में चिकित्सकों को नहीं मिल रहा आवास

लोहाघाट : उप जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का बोल बोला हावी है। अस्पताल में तैनात स्थायी चिकित्सक आवास के लिए मारे मारे फिर रहे हैं। आवास न मिल पाने के कारण स्थायी चिकित्सकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पाटी अस्पताल से उप जिला चिकित्सालय आए मेडिकल आफिसर डा. आभास सिंह और उनकी पत्नी गायनी डा. शैली को अस्पताल में कमरा नहीं मिल पा रहा है। दोनों को पाटी से लोहाघाट आने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वे समय पर ड्यूटी में नहीं आ पा रहे हैं। उन्होंने बताया आवासीय परिसर में एक टाइप फोर कमरा है टूट फूट बहुत ज्यादा होने से वह रहने लायक नहीं है। डा. आभास सिंह ने बताया कि कैम्पस से बाहर रहने पर इमरजेंसी व आपात कालीन ड्यूटी करने में दिक्कत आ रही है। सीएमएस डा. जुनैद कमर का कहना था है कि आवासीय परिसर में कमरा खाली है, जिसकी मरम्मत एक दो दिनों में करवा दी जाएगी।

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