स्वास्थ्य विभाग का दावा हल्द्वानी लैब से रिटर्न किए गए थे 50 सैंपल

जिला अस्पताल चम्पावत से कोविड की जांच को लिए गए 50 सैंपल गायब नहीं हुए थे बल्कि उन्हें हल्द्वानी लैब रिटर्न करने के बाद डिस्पोज कर दिया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 05:44 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:16 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग का दावा हल्द्वानी लैब से रिटर्न किए गए थे 50 सैंपल
स्वास्थ्य विभाग का दावा हल्द्वानी लैब से रिटर्न किए गए थे 50 सैंपल

चम्पावत, जेएनएन : जिला अस्पताल चम्पावत से कोविड की जांच को लिए गए 50 सैंपल गायब नहीं हुए थे, बल्कि उन्हें हल्द्वानी लैब से रिटर्न करने के बाद डिस्पोज कर दिया गया था। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. आरके जोशी ने बताया कि सैंपल का कलर चेंज होने के बाद हल्द्वानी लैब से उन्हें वापस कर दिया गया था, जिसके बाद इन सैंपलों को गाइडलाइन के अनुसार अस्पताल में डिस्पोज कर दिया गया था।

उन्होंने कहा कि सैंपल लेने की प्रक्रिया से लेकर उनका रिकॉर्ड तैयार करने तक समय लगता है। इस दौरान सैंपलों के कलर में चेंजिंग होने की पूरी संभावना रहती है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। लॉट में भेजे गए 50 सैंपलों का कलर हल्द्वानी लैब पहुंचते-पहुंचते चेंज हो गया था। हल्द्वानी लैब से भी गाइडलाइन के नियमों का पालन करते हुए सैंपलों को रिर्टन किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बीते 30 जुलाई को नगर और ग्रामीण क्षेत्रों से सौ से अधिक सैंपल लिए गए थे। सैंपलों को 50-50 की लॉट में जाच के लिए सुशीला तिवारी हल्द्वानी की लैब में भेजा जाना था। एक सप्ताह बीतने के बाद भी एक लॉट की रिपोर्ट नहीं आई तो सैंपल जांच के लिए नहीं भेजे जाने की अटकलें लगनी शुरू हो गईं। पहले विभागीय जांच में यह पाया गया कि 30 जुलाई को लिए गए सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी पहुंचे ही नहीं। इधर, निदेशालय से मिली रिपोर्ट में भी 50 सैंपल कम पाए जाने की बात कही गई। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की खबरें सामने आने के बाद प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. आरके जोशी द्वारा 50 सैंपलों को हल्द्वानी लैब से वापस करने की बात कही जा रही है। उन्होंने बताया कि खराब होने की आशंका से अस्पताल प्रशासन ने सभी 50 सैंपलों को डिस्पोज कर दिया है। नए सिरे से सैंपल लिए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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निदेशालय से खराब आई थीं वीटीएम वायल

सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी ने भी मामले में स्वास्थ्य कर्मचारियों का बचाव करते हुए कहा कि निदेशालय से आने वाली अधिकतर वीटीएम वायल खराब आई थीं। जिसमें सैंपल भेजने पर एसटीएच हल्द्वानी द्वारा उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया। यही वजह है कि जनपद में अब तक 140 सैंपल रिजेक्ट कर दिए हैं। जिन 50 सैंपल के गायब होने की बात कही जा रही है। वह गायब नहीं हुए हैं। हल्द्वानी भेजने पर वह सैंपल खराब हो गए थे। जिन्हें बाद में डिस्पोज कर दिया गया है।

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