लधियाघाटी क्षेत्र में अंधड़ के साथ हुई ओलावृष्टि से भारी नुकसान

चम्पावत जिले में मौसम का मिजाज हर रोज बदल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:36 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:36 PM (IST)
लधियाघाटी क्षेत्र में अंधड़ के साथ हुई ओलावृष्टि से भारी नुकसान
लधियाघाटी क्षेत्र में अंधड़ के साथ हुई ओलावृष्टि से भारी नुकसान

संवाद सहयोगी, चम्पावत/लोहाघाट : जिले में मौसम का मिजाज हर रोज बदल रहा है। रविवार को दोपहर बाद जिले के कई स्थानों पर एकाएक बादल उमड़ आए और तेज हवा के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। सबसे अधिक नुकसान लधियाघाटी क्षेत्र में हुआ है। जबर्दस्त ओलावृष्टि से यहां संतरा, नींबू, माल्टा आदि के पेड़ों में लग रहे फल गिर गए। इसके अलावा आलू, मिर्च, टमाटर आदि के पौधे भी क्षतिग्रस्त हो गए।

दोपहर एक बजे तक मौसम साफ था और चटख धूप खिली हुई थी। बाद में आसमान में अचानक बादल छा गए और जिला मुख्यालय समेत कई इलाकों में बूंदाबांदी शुरू हो गई। पाटी विकास खंड के कई गांवों में अंधड़ के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। लधियाघाटी क्षेत्र के दर्जनों गांवों में ओलों से फसलों एवं फलों को व्यापक नुकसान हुआ है। इस दौरान हुई बारिश से खेतों में पानी भी भर गया। दोपहर बाद अधिकतम तापमान 26 डिग्री से गिरकर 22.8 डिग्री तक पहुंच गया। पिछले एक सप्ताह से घाटी क्षेत्र में तेज हवा के साथ बारिश हो रही है तो ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ओले गिर रहे हैं। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में काश्तकारों ने इन दिनों खेतों में शिमला मिर्च, टमाटर, बैगन, गोभी आदि के पौधे लगाए हैं, ओलावृष्टि से छोटे पौधे टूटकर गिर जा रहे हैं। भिंगराड़ा के काश्तकारों ने उद्यान विभाग से ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है। लोहाघाट एवं बाराकोट विकास खंड के कुछ इलाकों में भी ओले गिरे जिससे फसलों को काफी अधिक नुकसान हुआ है। खेतीखान क्षेत्र में कई पॉलीहाउस भी ओलावृष्टि से फट गए। देर शाम कई स्थानों पर एक बार फिर चटख धूप निकल आई तो कई जगह बारिश के आसार बने हुए थे। ======= बारिश होना फसलों के लिए काफी फायदेमंद है, लेकिन ओलावृष्टि से काफी नुकसान हो रहा है। रविवार को लधियाघाटी क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा।

-मोहन सिंह बिष्ट, सचल दल प्रभारी, भिंगराड़ा

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