इजड़ा गाव में छह दिनों से नहीं टपकी पानी की बूंद, लोगों में आक्रोश

सलना पेयजल योजना ध्वस्त होने से इजड़ा गांव में छह दिनों से पेयजल संकट गहराया हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Dec 2020 10:52 PM (IST) Updated:Tue, 29 Dec 2020 10:52 PM (IST)
इजड़ा गाव में छह दिनों से नहीं टपकी पानी की बूंद, लोगों में आक्रोश
इजड़ा गाव में छह दिनों से नहीं टपकी पानी की बूंद, लोगों में आक्रोश

लोहाघाट, जेएनएन : सलना पेयजल योजना ध्वस्त होने से बाराकोट ब्लाक के ग्राम सभा इजड़ा में पेयजल का गंभीर संकट पैदा हो गया है। जिस कारण गांव में विगत छह दिनों से पानी की बूंद नहीं टपकी है। जिस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने खाली बर्तनों के साथ जल संस्थान कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है।

ग्रामीणों ने कहा कि छह दिन पूर्व सलना से आने वाली पेयजल लाइन टूटने से पूरे क्षेत्र में पानी नहीं आ रहा है। जिस कारण ग्रामीण दूर दराज स्थित पेयजल स्त्रोत से पानी ला रहे हैं। कामकाजी महिलाओं का पूरा समय पानी लाने में ही व्यतीत हो रहा है जिससे अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीण गोपाल सिंह जगदीश चंद्र, कुंदन सिंह, दीपक सिंह, प्रकाश सिंह, जानकी देवी, माया देवी, पार्वती देवी, बची देवी आदि ने बताया कि शीघ्र पेयजल लाइन की मरम्मत नहीं की गई तो क्षेत्र के लोग खाली बर्तनों के साथ जल संस्थान कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि विभाग को जानकारी देने के बाद भी क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। ::::::: पम्दा गांव में गहराया पेयजल संकट

लोहाघाट : सलना पम्दा पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने से पम्दा गाव में एक पखवाड़े से पेयजल लाइन से पानी की बूंद नहीं टपकी है। कड़ाके के ठंड के बीच लोगों को प्राकृतिक जल स्त्रोतों में अपनी बारी का इंतजार कर पानी ढोना पड़ रहा है। सलना पम्दा पेयजल योजना की लाइन करीब एक पखवाड़े से क्षतिग्रस्त है। इसके चलते गाव में पानी का संकट बना हुआ है। लोग गाव में मौजूद एक मात्र नौले से सुबह शाम पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं। नलों में पानी न आने से मवेशियों को भी प्यासा रहना पड़ रहा है। ग्रामीणों शीघ्र पेयजल लाइन ठीक करने की माग की है। ======== पानी न आने से काफी दिक्कतें हो रही है। दिन भर काम करने के बाद शाम को पानी भरने के लिए जल स्रोतों की ओर भागना पड़ रहा है।

- दीपक सिंह माहरा, ग्रामीण ========= पानी की समस्या को लेकर विभाग को अवगत कराया गया है लेकिन विभाग द्वारा आज कल कह टरका दिया जा रहा है। प्राकृतिक जल स्रोतों में पानी भरने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

- धनेश्वर सिंह माहरा, ग्रामीण

---- छह दिनों से क्षेत्र में पानी का संकट बना हुआ है। दिन भर परिवार का एक सदस्य प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी लाने के बाद दिनचर्या चलानी पड़ रही है।

- मनोज सिंह, ग्रामीण

---- गांव में पानी न आने से सारे काम काज प्रभावित हो रहे है। लोग के साथ जानवरों के लिए लिए बड़ी समस्या हो रही है। प्राकृतिक जल स्रोतों का स्तर घटने से परेशानी हो रही है।

-केदार सिंह, ग्रामीण ========= विशुंग के पास वाणासुर किले के नीचे चट्टान में पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। विभागीय कर्मचारी लाइन की मरम्मत में जुटे हुए हैं। बुधवार तक आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

- त्रिवेंद्र जोशी, जेई, जल संस्थान, बाराकोट

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