आपात परिस्थिति में निर्माणाधीन भवनों को बनाया जा सकता है क्वारंटाइन सेंटर
चम्पावत जिले में आधे बन चुके निर्माणाधीन भवनों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा सकता है।
संवाद सहयोगी, चम्पावत : जिले में आधे बन चुके निर्माणाधीन भवनों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा सकता है। इस सिलसिले में पूर्व तैयारी के मद्देनजर डीएम विनीत तोमर ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित विभागों को भवनों में बिजली, पानी, शौचालय आदि की सुविधाएं उपलब्ध करने के निर्देश दिए।
मंगलवार को उन्होंने ताराचौड़ (पुनेठी) में 73 करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से बन रहे नर्सिग कॉलेज भवन का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यदायी संस्था को गुणवत्ता के साथ समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। बाद में उन्होंने आइटीआइ भवन एवं गोरल चौड़ मैदान के समीप स्थित रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया। डीएम ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीज बढ़ने की दशा में भवनों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा सकता है। वहीं उन्होंने एआरटीओ रश्मि भट्ट की मौजूदगी में आपात स्थिति में एंबुलेंस बनाने की प्रक्रिया को देखा। इसके लिए दो मैक्स को बुलाया गया। जिसमें मैक्स की सीट को निकाल कर बाहर रखा गया और उसमें मरीज को लेटाने के लिए उक्त मैक्स में लंबी सीट का प्रावधान करने के निर्देश डीएम ने दिए। बाद में वह संस्कृति विभाग के बने हॉल को देखने गए लेकिन कर्मचारी के न होने के कारण उन्हें करीब दस मिनट वहीं रुकना पड़ा। बाद में एक कर्मचारी पहुंचा भी तो उसके पास न तो गेट की चाबी थी और न ही हाल की। जिस पर वह ताला तोड़ने लगा। इस पर डीएम ने फिर कभी देखे जाने की बात कहकर बैरंग लौट आए। उनके साथ एसपी लोकेश्वेर सिंह, एडीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरपी खंडूरी, तहसीलदार ज्योति नपलच्याल, कोविड नोडल डा. कुलदीप सिंह यादव आदि मौजूद रहे।