देवीधुरा में श्रद्धालुओं ने निकली मां वज्र बाराही की शोभायात्रा

चम्पावत के मा बाराही धाम देवीधुरा के बग्वाल मेले के बाद श्रद्धालुओं ने मां वज्र बाराही की शोभायात्रा निकाली।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 05:25 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 07:34 AM (IST)
देवीधुरा में श्रद्धालुओं ने निकली मां वज्र बाराही की शोभायात्रा
देवीधुरा में श्रद्धालुओं ने निकली मां वज्र बाराही की शोभायात्रा

लोहाघाट, जेएनएन : मा बाराही धाम देवीधुरा के बग्वाल मेले में मंगलवार को मा वज्र बाराही की शोभायात्रा निकाली गई। पूजा-अर्चना के साथ आखों पर पट्टी बाधकर मा की मूर्ति को स्नान कराया गया। परंपरा के अनुसार श्रावणी पूर्णिमा के दूसरे दिन नंदघर में बाराही मंदिर के पीठाचार्य आचार्य कीर्तिबल्लभ जोशी, गिरिजा प्रसाद जोशी ने मंत्रोच्चार व विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना संपन्न कराकर मूर्ति को वालिक खाम के जमन सिंह बागड़ को सौंपी। उन्होंने आखों पर काली पट्टी बाधकर मा बाराही की मूर्ति को स्नान करवाया। बाद मूर्ति को चार खाम के प्रधान पात्रों की मौजूदगी में कोट बैरख निवासी हर सिंह माहरा को सौंपी। मा बाराही मंदिर से मा वज्र बाराही की शोभायात्रा मुचकुंद ऋषि के आश्रम ले जाया गया। आश्रम की परिक्रमा करने के बाद गहड़वाल कोट भैसर्क के पान सिंह बिष्ट, त्रिलोक सिंह बिष्ट ने मा बाराही की मूर्ति को सौंपा। मा बाराही की मूर्ति को वापस नंदघर में लाकर मूल स्थान सिंहासन डोले में रखा गया। यात्रा में मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया, त्रिलोक सिंह बिष्ट, बद्री सिंह बिष्ट, वीरेंद्र सिंह लमगड़िया, गंगा सिंह चम्याल, ब्लॉक प्रमुख सुमनलता, दीपक बिष्ट, मदन सिंह बोहरा, नारायण सिंह, हयात सिंह बिष्ट, जीत सिंह चम्याल, राजू बिष्ट, दिनेश चम्याल, मोहन सिंह, दीपक चम्याल आदि मौजूद रहे। ========== मंदिर में दीया जलाकर महिलाओं ने मांगी मन्नत

लोहाघाट: देवीधुरा के विश्व प्रसिद्व मा बाराही मंदिर के गर्भ गृह में सोमवार रात महिलाओं ने मा की आराधना कर मन्नतें मांगी। रात भर भजन कीर्तन का आयोजन कर मां बाराही से विश्व से कोरोना संक्रमण के खात्मे की कामना की। सदियों से चली आ रही परंपरा है कि देवीधुरा में बग्वाल मेला संपन्न होने के बाद महिला सहित मुख्य पुजारी और श्रद्धालु मंदिर में दीया जलाकर रात भर मा के डोले व मां बाराही की आराधना करते है। पीठाचार्य कीर्ति बल्लभ जोशी ने बताया कि आराधना में धर्मानंद पुजारी, गोकुल पुजारी, महादेव पुजारी, जमन सिंह, पूरन सिंह, गोकुल जोशी आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी