चम्पावत जिले के पहाड़ी इलाको में पाला तो मैदानी क्षेत्रों में पड़ रहा कोहरा

चम्पावत जिले में सुबह शाम ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। पाला और कोहरा पड़ने से ठंड में इजाफा हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Dec 2020 10:52 PM (IST) Updated:Thu, 17 Dec 2020 10:52 PM (IST)
चम्पावत जिले के पहाड़ी इलाको में पाला तो मैदानी क्षेत्रों में पड़ रहा कोहरा
चम्पावत जिले के पहाड़ी इलाको में पाला तो मैदानी क्षेत्रों में पड़ रहा कोहरा

चम्पावत, जेएनएन : जिले में सुबह शाम ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। पाला गिरने के कारण जिले के पर्वतीय इलाकों और कोहरा छाने से मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में ठंड से लोगों का हाल बेहाल है। गुरुवार की सुबह टनकपुर में काफी देर तक घना कोहरा छाया रहा। तो वही चम्पावत का तापमान माइनस दो डिग्री सेल्सियस पहुंच जाने से ठंड बढ़ गई। पाले की सफेद चादर से बिछ गई।

पर्वतीय क्षेत्रों में गुरुवार को सुबह से ही चटख धूप खिली जिससे ठंड से राहत मिली। टनकपुर में हल्के बादलों के साथ सुबह से ही कोहरा छा गया। दस बजे बाद यहां धूप के दर्शन हो पाए। ठंड के कारण सुबह के समय लोगों का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। व्यापारी देर से दुकान खोल रहे हैं तो शाम को जल्दी घर निकल रहे हैं जिससे बाजार की रौनक भी फीकी नजर आ रही है। हालांकि दिन के समय खूब चहल पहल दिख रही है। ठंड से बचने के लिए लोग सुबह और शाम हीटर और आग का सहारा ले रहे हैं। गुरुवार को जिले का अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम तापमान माइनस दो डिग्री सेल्सियस रहा। घाटी वाले क्षेत्रों में पाले का असर न होने से लोगों को राहत मिल रही है। ठंड का असर जानवरों पर भी देखा जा रहा है। सुबह के समय बंदर, लंगूर और बेसहारा जानवर धूप सेंकने के लिए खुले स्थानों पर एकत्रित हो रहे हैं। ========= काश्तकारों की बढ़ी मुश्किलें संवाद सहयोगी, लोहाघाट : दिसंबर का महीना परवान चढ़ते ही ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। क्षेत्र में पाला गिरने से तापमान गिरने लगा है। हालांकि दिन में खिल रही गुनगुनी धूप लोगों को राहत पहुंचा रही है। गुरुवार की सुबह जमकर गिरे पाले ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। पिछले चार रोज से अत्यधिक मात्रा में गिर रहे पाले के कारण नगर व उसके आसपास के गांवों में जलापूर्ति करने वाली कई पाइप लाइनों के फटने की सूचना है। जिससे क्षेत्र में जल संकट गहराने लगा है। क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को ठीक करने में जल संस्थान कर्मचारियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भले ही दिन भर सुहानी धूप निकाल रही हो लेकिन सुबह गिरने वाले पाले ने क्षेत्र के लोगों की ठंड से मुश्किल बढ़ने लगी है। सुबह शाम जमकर पाला गिरने से साग सब्जी के पौध जल कर नष्ट हो गए। मुख्य कृषि अधिकारी राजेंद्र उप्रेती ने पाले से छोटे-छोटे पेड़ पौंधो के बचाव के लिए शाम को सिंचाई करने के बाद उसे ढक देना चाहिए ताकि की पाला असर न कर सके।

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