मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी गौरव ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जनसंपर्क अधिकारी गौरव ने गुरुवार को टनकपुर बनबसा के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 10:25 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 10:25 PM (IST)
मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी गौरव ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा
मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी गौरव ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा

संवाद सहयोगी, टनकपुर : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जनसंपर्क अधिकारी गौरव ने गुरुवार को टनकपुर-बनबसा के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया गया। बाद में उन्होंने तहसील में आपदा पीड़ित गावों के ग्राम प्रधानों व जन प्रतिनिधियों की बैठक ली। उन्होंने गांवों की प्रत्येक समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। जनसंपर्क अधिकारी ने विधायक कैलाश गहतोड़ी के आवास पर स्थानीय लोगों व भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर प्रदेश के समस्त आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर प्रभावितों तक राहत पहुंचाने को संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। कहा कि किसी भी प्रभावित परिवार को छूटने नहीं दिया जाएगा। वहीं बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया। इस अवसर पर एसडीएम हिमाशु कफल्टिया, सीओ अविनाश वर्मा, जिलाध्यक्ष दीपक पाठक, पालिकाध्यक्ष विपिन कुमार, विधायक प्रतिनिधि संजय अग्रवाल, रमीला आर्य, ललित मोहन पाडे, महेश मुरारी, धर्मपाल आर्य, कलावती कापड़ी, मन्नू गहतोड़ी, अनिता यादव, कैलाश कलखुडिया, मोहन राम आर्या, अमजद हुसैन आदि लोग मौजूद रहे। ======== पटरी पर लौट रहे आपदा के बाद के हालात

चम्पावत : बीते दिनों जिले में अतिवृष्टि से आई आपदा के बाद पैदा हुए हालात सामान्य होने लगे हैं। लोगों का जीवन भी फिर से पटरी पर दौड़ने लगा है, लेकिन अभी भी दूर दराज के ग्रामीण इलाकों से सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान होने की खबरें लगातार आ रही हैं। प्रशासन ने मुआवजे के तौर पर आपदा प्रभावितों को 98.714 लाख रुपये वितरित कर दिए हैं।

नुकसान का आकलन करने के बाद प्रशासन ने 26 अक्टूबर तक के नए आंकड़े जारी किए हैं। जिले में आपदा से 11 लोगों की मौत हुई। जबकि 29 पशु भी मलबे में दबकर मारे गए। 106 मकानों को आशिक नुकसान पहुंचा तो आठ मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। अस्थाई रूप से टनकपुर में 890 तथा लोहाघाट में 20 परिवारों का पुनर्वास किया गया है। विभिन्न ग्रामीण मोटर मार्गो पर फंसे 3250 लोगों में से 770 को पैदल रास्तों से सुरक्षित निकाला गया है। राहत एवं बचाव कार्य में 75 पुलिसकर्मी, 13 फायर कर्मी व 45 राजस्व कर्मी अभी भी लगे हुए हैं। क्षतिग्रस्त 109 पेयजल परियोजनाओं में से 47 को फिर से चालू कर दिया गया है। जल निगम की 100 योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई थीं इनमें से 51 योजनाएं सही कर दी गई हैं। 325 स्थानों पर बाधित हुई विद्युत आपूर्ति को चालू किया जा रहा है। अब तक 305 स्थानों पर आपूर्ति सुचारू कर दी गई है। जिलाधिकारी विनीत तोमर ने बताया कि ग्रामीण इलाकों से संपत्ति के नुकसान की खबरें अभी भी आ रही हैं। आपदा प्रबंधन के लिए बनाई गई टीमें लगातार सर्वे कर रही हैं। उन्होंने बताया कि आपदा के बाद पैदा हुए हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।

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