चौड़ाकोट में आयुर्वेदिक अस्पताल एक साल से बंद

चम्पावत जिले के पाटी विकासखंड के आयुर्वेदिक अस्पताल चौड़ाकोट में एक साल से डाक्टर की तैनाती न होने से ताला लटका हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 09:49 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 09:49 PM (IST)
चौड़ाकोट में आयुर्वेदिक अस्पताल एक साल से बंद
चौड़ाकोट में आयुर्वेदिक अस्पताल एक साल से बंद

संवाद सहयोगी, चम्पावत : पाटी विकासखंड के आयुर्वेदिक अस्पताल चौड़ाकोट में एक साल से डाक्टर की तैनाती न होने से ताला लटका हुआ है। क्षेत्र की लगभग चार हजार की आबादी को प्राथमिक उपचार के लिए जिला मुख्यालय या फिर लोहाघाट आना पड़ रहा है। कोरोना काल में लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ गई है। जनता ने शीघ्र चिकित्सक की तैनाती कर क्षेत्र की जनता को स्वास्थ्य सुविधा दिए जाने की मांग की है।

ग्राम प्रधान आशा मौनी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर चौड़ाकोट अस्पताल में जल्द से जल्द डॉक्टर की नियुक्ति करने की मांग की है। उनका कहना है कि एक साल से आयुर्वेदिक अस्पताल मे डॉक्टर न होने से ताला लटका हुआ है। इस अस्पताल पर चौड़ाकोट के अलावा थुवामौनी, मौनकांडा, डसियाचामी, सिमली, डुंगरासों आदि गावों की चार हजार से अधिक की आबादी निर्भर है। लेकिन अस्पताल बंद होने से सर्दी, जुकाम होने पर भी लोगों को 30 से 45 किमी दूर चम्पावत, लोहाघाट या फिर खेतीखान के अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। इससे लोगों के समय और धन की बर्बादी हो रही है।

उन्होंने बताया कि कोरोना के इस समय में अस्पताल बंद होना लोगों को काफी अखर रहा है। ग्राम पंचायत की ओर से लगातार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अस्पताल में डाक्टर की तैनाती करने की मांग की जा रही है लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से जन सुविधा को ध्यान में रखते हुए शीघ्र डाक्टर की नियुक्ति करने की मांग की है। ग्रामीण पुष्पा मौनी, खुशी मौनी, ममता मौनी आदि महिलाओं ने बताया कि अस्पताल की सुविधा न होने का सबसे अधिक नुकसान क्षेत्र की महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने शीघ्र डाक्टर की तैनाती न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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