नौकरी की चाहत में हुआ मौत से सामना
फारेस्ट गार्ड भर्ती के दौरान लंबी दूरी की दौड़ में शामिल चमोली जिले की युवक की दौड़ के दौरान मौत से परिवार सदमे में है। मृतक के पिता की एक साल पहले ही मौत हुई थी।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: फारेस्ट गार्ड भर्ती के दौरान लंबी दूरी की दौड़ में शामिल चमोली जिले की युवक की दौड़ के दौरान मौत से परिवार सदमे में है। मृतक के पिता की एक साल पहले ही मौत हुई थी। पोखरी के भिकुना निवासी मृतक सूरज अपनी मां के साथ गोपेश्वर के पठियालधार में रहता था।
बीती 27 से 29 जुलाई तक देहरादून के रायपुर स्थित इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में चले फारेस्ट गार्ड भर्ती प्रक्रिया के दौरान 25 किलोमीटर की दौड़ पूरी करने के बाद गोपेश्वर निवासी सूरज प्रकाश पुत्र मसंतु लाल चक्कर आने से नीचे गिर गया था। उसे तत्काल दून अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उपचार के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के मुताबिक युवक दौड़ पूरी कर चुका था। आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सूरज ने निर्धारित 25 किलोमीटर की दौड़ पूरी कर ली थी। इसके बाद चक्कर आने की शिकायत पर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में युवक के स्वजन व ग्रामीण सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि युवक दौड़ पूरी कर चुका था। ऐसे में उसकी जगह परिवार के एक व्यक्ति को रोजगार भी दिया जाना चाहिए। बताया कि सूरज अपनी मां के साथ पठियालधार गोपेश्वर में रहता था। एक साल पहले ही सूरज के पिता की भी मौत हुई थी। सूरज की चार बहनें हैं और एक बड़ा भाई भी है। स्वजन के अनुसार सूरज का सपना था कि वह नौकरी लगने के बाद ही शादी करेगा । नौकरी के चाहत में वह तैयारियों में जुटा रहता था, लेकिन रोजगार की चाहत में उसका मौत से सामना हो गया।