चमोली श्रम विभाग में श्रमिकों का पंजीकरण बंद, आक्रोश

उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड व श्रम विभाग के रवैये से पंजीकृत श्रमिकों को बोर्ड द्वारा दी जानी वाली सहायता से वंचित रहना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 10:57 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:16 AM (IST)
चमोली श्रम विभाग में श्रमिकों का पंजीकरण बंद, आक्रोश
चमोली श्रम विभाग में श्रमिकों का पंजीकरण बंद, आक्रोश

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड व श्रम विभाग के रवैये से पंजीकृत श्रमिकों को बोर्ड द्वारा दी जानी वाली सहायता से वंचित रहना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि अब श्रम विभाग श्रमिकों का पंजीकरण भी नहीं कर रहा है। इससे श्रमिकों को इस योजना के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है।

दरअसल, श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड की ओर से श्रम विभाग के सहयोग से श्रमिकों का पंजीकरण कराया जा रहा है। श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों को बोर्ड की ओर से सहायता दी जाती है। लेकिन श्रमिकों को दी जानी वाली सहायता के लिए दर-दर ठोकरें खानी पड़ रही है। अभी तक 2016 में आवेदन करने वाले कई श्रमिकों बेटियों की शादी के लिए दी जानी वाली सहायता, बच्चों को शिक्षा के लिए दी जानी वाली मदद तथा श्रमिक की मृत्यु के पश्चात श्रमिक के परिजनों को मिलने वाली सहायता का लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है। बोर्ड तथा विभाग के अधिकारियों की मनमानी के कारण श्रमिकों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। बिना किसी लिखित आदेश के विभाग ने पंजीकरण का काम बंद कर दिया है। इससे श्रमिकों में रोष है। नवीनीकरण के लिए बिना किसी शासनादेश के 90 दिन के कार्य का प्रमाण मांगा जा रहा है। श्रम विभाग के अधिकारी के पास चमोली तथा रुद्रप्रयाग दोनों जनपदों का प्रभार होने के कारण भी अधिकारी के कई दिनों तक विभाग के न होने से श्रमिकों को चक्कर काटने पड़ रहे हैं। दशोली के प्रधान संगठन के अध्यक्ष मोहन नेगी का कहना है कि श्रमिकों के हितों के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी।

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