खतरनाक रास्ते पार कर टीकाकरण करने पहुंचे कर्मचारी
मंगलवार को कोविड टीकाकरण के महाअभियान के दूसरे दिन राजमार्गों व ग्रामीण मोटर मार्गों की विकट परिस्थितियों के बाद भी स्वास्थ विभाग की टीम ने चयनित पांच स्थलों कर्णप्रयाग गौचर सिमली लंगासू जस्यारा में जनता 1080 ग्रामीणों को-वैक्सीन लगाई।
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: मंगलवार को कोविड टीकाकरण के महाअभियान के दूसरे दिन राजमार्गों व ग्रामीण मोटर मार्गों की विकट परिस्थितियों के बाद भी स्वास्थ विभाग की टीम ने चयनित पांच स्थलों कर्णप्रयाग, गौचर, सिमली, लंगासू, जस्यारा में जनता 1080 ग्रामीणों को-वैक्सीन लगाई।
कर्णप्रयाग-नैनीसैंण मोटर मार्ग पर फलोटा में भारी मलबा आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम डा.गुरमीत, कांता, चंडी प्रसाद ने मलबा पार कर पहाड़ी रास्ते से वैक्सीन दूसरे छोर तक पहुंचाई और अपने केंद्र पर वैक्सीनेशन कार्य किया। इसी तरह लाटूगैर आश्रम के समीप पहाड़ी से हुए भूस्खलन के चलते मार्ग बंद होने से लंगासू केन्द्र तक वैक्सीन पहुंचाने में दिक्कत हुई, बाद में जिला मुख्यालय गोपेश्वर से वैक्सीन की व्यवस्था की गई। कोविड सेंटर प्रभारी कर्णप्रयाग हरीश थपलियाल ने बताया अभियान के तहत कर्णप्रयाग अंर्तगत सेंटरों पर 1080 कोविड वैक्सीन व्यापारियों सहित चारधाम यात्रा पर चलने वाले वाहन चालकों को लगाई। कर्णप्रयाग में 290, सिमली 230, गौचर 170, लंगासू 170 व जस्यारा में 220 का वैक्सीनेशन किया गया। वहीं व्यापारसंघ कर्णप्रयाग अध्यक्ष बृजेश बिष्ट, महामंत्री उमेश खंडूरी ने भी स्वास्थ्य विभाग ने सप्ताहभर आयोजित होने वाले टीकाकरण अभियान को सफल बनाने की अपील सभी व्यापारियों से की।
तीसरी लहर के लिए तैयार हो रहे 108 कर्मी
गोपेश्वर: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते 108 आपात सेवा की ओर से जिले में तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन दिनों जिले में तैनात 108 कर्मचारियों को कोरोना की तीसरी लहर के दौरान प्राथमिक तौर पर दिए जाने वाले उपचार की जानकारी दी जा रही है।
108 आपात सेवा की मास्टर ट्रेनर कंदरप्पा रावत ने बताया कि चिकित्सकों की ओर से कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई गई है। ऐसे 108 की ओर से संक्रमित बच्चों को चिकित्सालय लाने और इस दौरान बच्चों को दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार की जानकारी दी जा रही है। अभी तक जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चमोली और उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।