भालू और बंदरों के आतंक से फैली हुई है दहशत

धनपुर वन क्षेत्र के सिरण से लगे जंगलों में गांव की सीमा में भालू अपने बच्चों के साथ नजर आने से ग्रामीण दहशत में है। इसके अलावा नगर क्षेत्र में बंदरों के झुंड से लोग परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 10:57 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 10:57 PM (IST)
भालू और बंदरों के आतंक  से फैली हुई है दहशत
भालू और बंदरों के आतंक से फैली हुई है दहशत

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: धनपुर वन क्षेत्र के सिरण से लगे जंगलों में गांव की सीमा में भालू अपने बच्चों के साथ नजर आने से ग्रामीण दहशत में है। इसके अलावा, नगर क्षेत्र में बंदरों के झुंड से लोग परेशान हैं।

ग्रामीण पंकज कुमार ने कहा कि सिरण गांव की सीमा में भालू की दहशत से क्षेत्रवासी अंधेरा होते ही घरों में दुबक रहे हैं, वहीं दिनदहाडे़ गांव की सीमा में जलस्रोत के समीप भालू की दहशत से महिलाओं व बच्चो का भी घर की सीमा से निकलना खतरे को न्यौता दे रहा है।

क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, जितेंद्र कुमार, राजेंद्र सिंह, सतीश चंद्र, लक्ष्मी प्रसाद और दिनेश चंद्र ने बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए नगर पालिका व वन विभाग से फरियाद की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आज तक पालिका की ओर से आतंक का पर्याय बने बंदरों को पकड़ने की कोशिश नहीं की, वहीं वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो हर वर्ष नगर पालिका क्षेत्रों में बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग की ओर से अनुमति दी जाती है, लेकिन स्थल चयन में सहयोग न मिलने से बंदरों को नहीं पकड़ा जा सका है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अंकित राणा ने कहा इस संबध में वन विभाग से पत्राचार किया गया है।

धनपुर वन क्षेत्रधिकारी पंकज ध्यानी ने कहा सूचना मिलने पर वन कर्मियों को वन्यजीवों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं इन दिनों गांव की सीमा में घने जंगल व झाडि़यों में फल और अन्य उत्पाद की तलाश में बच्चों के साथ भालू आबादी की ओर रुख कर लेते हैं।

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