24 अप्रैल को नरेंद्रनगर से बदरीनाथ रवाना होगा तेल कलश
भगवान बदरीनाथ की पूजा-अभिषेक के लिए तेल कलश लेने डिम्मर नाकोट उमटा जयकंडी रविग्राम व पाखी गांव के पुजारियों का 20 सदस्यीय दल 23 अप्रैल को नरेंद्रनगर पहुंचेगा।
चमोली, जेएनएन। भगवान बदरीनाथ की पूजा-अभिषेक के लिए गाडू घड़ा (तेल कलश) लेने डिम्मर, नाकोट, उमटा, जयकंडी, रविग्राम व पाखी गांव के पुजारियों का 20 सदस्यीय दल 23 अप्रैल को नरेंद्रनगर पहुंचेगा। बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष राकेश डिमरी की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बताया गया कि 24 अप्रैल को नरेंद्रनगर स्थित राजमहल में सनातनी परंपरा का निर्वाह करते हुए तिलों का तेल पिरोया जाएगा और फिर शुभ मुहूर्त में तेल कलश यात्रा बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होगी। धाम के कपाट 10 मई को खोले जाने हैं।
बैठक में बताया गया कि 24 अप्रैल की शाम तेल कलश यात्रा रात्रि विश्राम के लिए ऋषिकेश स्थित श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की चेला चैतराम धर्मशाला में पहुंचेगी। 25 अप्रैल को बालभोग व पूजा के बाद लक्ष्मण झूला, शिवपुरी, व्यासी, देवप्रयाग, बागवान व कीर्तिनगर होते हुए यात्रा श्रीनगर पहुंचेगी। रात्रि विश्राम यहां मंदिर समिति की धर्मशाला डालमिया में होगा।
26 अप्रैल को अभिषेक पूजन के बाद यात्रा रुद्रप्रयाग, रतूड़ा, गौचर व कर्णप्रयाग होते हुए डिमरी पुजारियों के गांव डिम्मर गांव पहुंचेगी। यहां तेल कलश को एक पखवाड़े तक श्री लक्ष्मी-नारायण मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा जाएगा। इस दौरान रोजाना पौराणिक परंपरा के अनुसार भजन-कीर्तन व अभिषेक पूजा के कार्यक्रम होंगे।
मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल व मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि दूसरे चरण में यात्रा कर्णप्रयाग, लंगासू, नंदप्रयाग, चमोली, पाखी, पीपलकोटी, जोशीमठ होते हुए कपाटोद्घाटन पर बदरीनाथ धाम पहुंचेगी। यहां कलश के तेल से ही भगवान का अभिषेक पूजन होगा।
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