Uttarakhand Chamoli Glacier Tragedy Rescue Operation: चमोली में मलबे के ढेर में लापता की तलाश जारी, एक मानव अंग बरामद
Uttarakhand Chamoli Glacier Tragedy Rescue Operation चमोली जनपद के आपदा प्रभावित इलाकों में मलबे दबे व्यक्तियों की खोजबीन ग्यारहवें दिन भी जारी रही। बुधवार को चमोली कस्बे के निकट बुराली में एक मानव अंग बरामद हुआ। अब तक 26 मानव अंग और 58 शव बरामद हो चुके हैं।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। Uttarakhand Chamoli Glacier Tragedy Rescue Operation चमोली जनपद के आपदा प्रभावित इलाकों में मलबे दबे व्यक्तियों की खोजबीन ग्यारहवें दिन भी जारी रही। बुधवार को चमोली कस्बे के निकट बुराली में एक मानव अंग बरामद हुआ। अब तक 26 मानव अंग और 58 शव बरामद हो चुके हैं। तपोवन में विष्णुगाड हाइड्रो प्रोजेक्ट की मुख्य टनल और ऋषिगंगा के आसपास रेस्क्यू जारी रहा। मुख्य टनल से आज कोई शव नहीं मिला।
ऋषिगंगा कैचमेंट एरिया में सात फरवरी को आई आपदा के बाद से तपोवन और रैणी इलाके में रेस्क्यू जारी है। आपदा में ऋषिगंगा और विष्णुगाड परियोजना को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। नदियों के उफान के साथ आए मलबे में 204 लोग लापता हो गए थे। काफी मात्रा में मलबा और पानी तपोवन विष्णुगाड परियोजना की मुख्य टनल के भीतर भी चला गया था। इसके बाद से टनल में जमा मलबा हटाया जा रहा है। यहां से अभी तक 11 शव भी बरामद हो चुके हैं। आपदा आने से कुछ देर पहले 34 व्यक्ति मुख्य टनल के रास्ते एसएफटी में कार्य करने गए थे।
ऋषिगंगा हाइड्रो प्रोजेक्ट के क्षेत्र चकलाता गांव के नीचे मलबे के ढेरों में लापता लोगों की तलाश की जा रही है। ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के बैराज तथा टनल के ऊपरी क्षेत्र में फैले मलबे के साथ ही चकलाता गांव के निचले इलाके में लापता व्यक्तियों की खोजबीन जारी है। ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदी के तटीय क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी है।
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के अनुसार विष्णुगाड हाइड्रो प्रोजेक्ट की मुख्य टनल के अंदर मलबे से अत्यधिक मात्रा में पानी आ रहा है। इसे पंपिंग कर बाहर फेंका जा रहा है। बैराज साइड पर भी ऐसा ही किया जा रहा है। सर्च अभियान में तेजी लाने के लिए बैराज में जेसीबी मशीन उतारने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि बुधवार को एक शव और 2 मानव अंगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
रेस्क्यू अपडेट कुल लापता - 204 शव बरामद - 58 मानव अंग बरामद -25 अब भी लापता- 146 गुमशुदगी दर्ज- 179 डीएनए सैंपल लिए- 91
548 राशन किट वितरित
जिला प्रशासन ने आपदा प्रभावित गांवों में राशन किट के साथ ही दवा और रोजमर्रा की जरूरत का सामान पहुंचाने का सिलसिला जारी रखा। अब तक 548 राशन किट, 45 सोलर लाइट बांटी जा चुकी हैं। 1516 लोगों का उपचार किया गया। राहत शिविरों में रहने वालों के लिए भोजन व खान-पान की अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
दवा का छिड़काव करते रहें
जोशीमठ में अधिकारियों के साथ बैठक कर डीमए ने प्रभावित क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां भी मृत पशु दफनाए गए हैं, उन स्थानों पर नियमित रूप से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करते रहें। पेयजल लाइन और स्रोतों में क्लोरीनेशन के निर्देश भी उन्होंने अधीनस्थ अफसरों को दिए।
एनटीपीसी ने लगाया चिकित्सा शिविर
एनटीपीसी ने चिकित्सा शिविर आयोजित कर जरूरतमंद क्षेत्रवासियों को दवाएं और चिकित्सकीय परामर्श दिया। एनटीपीसी के मानव संसाधन निदेशक एमएसडी मिश्रा परियोजना ने टनल साइड पर जाकर बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों को हरसंभव मदद का भी आश्वासन दिया। बताया कि आपदा प्रभावित गांवों में लगातार एनटीपीसी द्वारा मेडिकल शिविर लगाए जाएंगे।
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