मारवाड़ी पुल के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा धसा

जागरण टीम, गढ़वाल: पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 09:41 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 09:41 PM (IST)
मारवाड़ी पुल के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा धसा
मारवाड़ी पुल के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा धसा

जागरण टीम, गढ़वाल: पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने नदियों के तटीय क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा है। साथ ही सभी जिलों में आपदा प्रबंधन टीम को सतर्क कर दिया है। बारिश से चमोली जिले में मारवाड़ी के पास हाईवे का एक हिस्सा धंस गया है। इससे राजमार्ग पर आवाजाही बंद हो गई है। थराली के बैनोली गांव में भूस्खलन के चलते 14 परिवारों को जिला प्रशासन ने खतरे को देख प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट किया। बदरीनाथ हाईवे पागलनाला, रड़ांग बैंड, लामबगड़ , कनचनगंगा में भूस्खलन से बंद है। जबकि टिहरी जिले के तीनधारा के पास भारी मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया है। नरेंद्रनगर के पास मलबा आने से ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे शुक्रवार दोपहर बाद बंद हो गया है। रुद्रप्रयाग में ऋषिकेश- बदरीनाथ हाईवे नरकोटा में पूरे दिन अवरुद्ध रहा। प्रशासन ने सभी वाहनों को घनसाली मयाली मोटर मार्ग से डायवर्ट किया। वहीं गौरीकुंड हाईवे भी 12 घंटे तक अवरुद्ध रहा।

गोपेश्वर: चमोली जिले में कर्णप्रयाग गैरसैंण, कर्णप्रयाग ग्वालदम, ऋषिकेश बदरीनाथ व जोशीमठ मलारी हाईवे बारिश से बंद हैं। जिले में 32 संपर्क मोटर मार्गों पर भी आवाजाही ठप है। बारिश से नदी नालों का जल स्तर उफान पर है। मारवाड़ी पुल के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है। यहां हाईवे के किनारे एनएच कंपनी के टिन शेडों को भारी नुकसान पहुंचा है। सड़के बंद होने से 150 से अधिक गांव की आवाजाही प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने कहा कि भूस्खलन के चलते खतरे को देखते हुए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान में लाया गया है।

कर्णप्रयाग: नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग सहित गौचर, सिमली व पिडरघाटी में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। बारिश से नगर क्षेत्र अंर्तगत ग्वालदम- सिमली मोटर मार्ग की दीवार सुभाषनगर के समीप क्षतिग्रस्त हो गई वहीं कर्णप्रयाग- ऋषिकेश राजमार्ग पर चट्टवापीपल व गलनाऊं में पहाड़ी से गिर रहे मलबे व पत्थरों के बीच वाहन किसी तरह गुजरते रहे इसी तरह कर्णप्रयाग-चमोली राजमार्ग पर लाटूगैर, जयकंडी में पहाड़ी से मलबा आने से जोखिमभरा बना है। मूसलाधार बारिश के चलते कर्णप्रयाग में अलकनंदा व पिडर नदियां उफान पर रही जिससे संगम व पोखरीपुल पर बने नमामि गंगे के दोनों स्नानाघाट व शवदाह निर्माण सहित सीवर लाइन प्लांट पानी में जलमग्न हो गए। वहीं नदी तट पर रहने वाले को प्रशासन जलस्तर बढ़ने के साथ सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की सलाह दी गई।

नई टिहरी: बीती रात्रि से हो रही बारिश के चलते ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के तीनधारा के पास मलबा आने के कारण बंद हो गया है जिस कारण राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। मलबा हटाने के लिए यहां पर जेसीबी लगाई गई है लेकिन भारी बारिश के कारण मलबा हटाने में दिक्कतें आ रही हैं। भारी बारिश के चलते ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तीनधार के पास पहाड़ी से मलबा आ गया जिस कारण सुबह 11.30 बजे राजमार्ग बाधित हो गया है। वहीं बारिश के कारण कद्दूखाल-रायपुर, कुमाल्डा स्टेट हाईवे भी सुबह करीब दो घंटे तक बाधित रहा। बाद में जेसीबी से मलबा हटाने के बाद दस बजे तक मार्ग सुचारू हो पाया है। नरेंद्रनगर के पास मलबा आने से ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे बंद है।

रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नरकोटा के पास पहाड़ी से लगातार पत्थर व मलबा गिर रहा है। सिरोबगड़ में भी हाईवे मलबा आने से बंद रहा, हालांकि यहां पर हाईवे सुचारू कर दिया है, लेकिन नरकोटा के पास पूरे दिन हाईवे बंद है, प्रशासन ने वाहनों को तिलवाड़ा-मयाली-घनसाली मोटर मार्ग की ओर डायवर्ट कर दिया है। उधर गौरीकुंड हाईवे भी नैल, सोनप्रयाग के पास मलबा आने से सुबह लगभग चार बजे अवरुद्ध हो गया था, जिसे लगभग चार बजे 12 घंटे बाद आवाजाही के लिए खोला जा सका।

उधर रुद्रप्रयाग शहर में हाईवे पर पुश्ता टूटने से एक वाहन क्षतिग्रस्त आल वेदर रोड के लिए लगाए गए पुश्ता ढहने से अल्टो कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि कार में कोई सवार नहीं था।

पौड़ी: मुख्यालय पौड़ी तथा इससे सटे क्षेत्रों में शुक्रवार को सुबह से ही रुक- रुक कर दिन भर बारिश होती रही। इस दौरान बारिश से जून माह में ठंड का अहसास होता दिखा। आपदा कंट्रोल रुम के मुताबिक जनपद में बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों के कुल्हाड़-किसूर तथा मैठाणा-ढौर-घसिया महादेव मोटर मार्ग भी बंद हो गए हैं। इसके अलावा जनपद के थलीसैंण, पाबौ, पैठाणी, कल्जीखाल, खिर्सू, नौगांवखाल भी जन जीवन प्रभावित रहा।

श्रीनगर: शुक्रवार सुबह से हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

चमोली आपदा की स्थिति में इन नंबरों पर दें जानकारी

दूरभाष 01372-251437, 1077, 7830839443, 7055753124, 9068187120 तथा 7579004644 नंबरों पर सूचनाएं दें।

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