डामरीकरण पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने की जांच की मांग

बंड क्षेत्र के सल्ला गांव में सड़क निर्माण पर हो रहे डामरीकरण पर ग्रामीणों ने सवाल उठाने खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माणदायी विभाग द्वारा मानकों को ताक पर रखकर डामरीकरण किया जा रहा है जो कई स्थानों पर उखड़ने लगा है। उन्होंने जिला प्रशासन से जांच की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 06:01 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 10:21 PM (IST)
डामरीकरण पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने की जांच की मांग
डामरीकरण पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने की जांच की मांग

जागरण संवाददाता, गोपेश्वर: बंड क्षेत्र के सल्ला गांव में सड़क निर्माण के दौरान हो रहे डामरीकरण पर ग्रामीणों ने सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माणदायी विभाग द्वारा मानकों को ताक पर रखकर डामरीकरण किया जा रहा है, जो कई स्थानों पर उखड़ने लगा है। उन्होंने जिला प्रशासन से जांच की मांग की है।

ग्रामीण संतोष मिश्रा ने बताया कि इन दिनों बंड क्षेत्र के सल्ला गांव में सल्ला से रैतोली की ओर पीएमजीएसवाई द्वारा सड़क पर डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है। सड़क पर जो डामरीकरण किया जा रहा है उसकी गुणवत्ता काफी घटिया है। कई स्थानों पर डामर पड़े अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ और वह उखड़ने लगा है। इतना ही नहीं नवनिíमत मार्ग पर डामर से पहले कई स्थानों पर पत्थरों की ग्रीटिग के बजाय मिट्टी डाली गई है।

इसके अलावा बरसात से आमजन परेशान हैं। विभाग की ओर से कई स्थानों पर सड़कों के किनारे नालियां ही नहीं बनाई गई है। जिससे कई लोगों के घरों को अब बरसात में खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने निर्माणदायी विभाग और ठेकेदार पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि दूर गांव में निíमत इस मोटर मार्ग पर हो रहे घटिया डामरीकरण का कार्य भी बरसात में किया जा रहा है। लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सड़क पर हो रहे डामरीकरण की गुणवत्ता की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों को अनदेखी किया गया तो उन्हें मजबूरन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

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