मातृशक्ति की ललकार से गूंजा पहाड़

शुक्रवार को विकासखंड मुख्यालय घाट में क्षेत्र के 70 से अधिक गांवों के तकरीबन 2000 ग्रामीणों ने जुलूस निकालकर धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:50 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 09:50 PM (IST)
मातृशक्ति की ललकार से गूंजा पहाड़
मातृशक्ति की ललकार से गूंजा पहाड़

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग चौड़ीकरण की मांग को लेकर आंदोलन जोर पकड़ते जा रहा है। शुक्रवार को विकासखंड मुख्यालय घाट में क्षेत्र के 70 से अधिक गांवों के तकरीबन 2000 ग्रामीणों ने जुलूस निकालकर धरना दिया। घाट आंदोलन में सबसे अधिक संख्या में महिलाएं शिरकत कर रही हैं। शुक्रवार को भी जुलूस में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। उन्होंने बुलंद आवाज में न सिर्फ मांगें दोहराई, बल्कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का एलान भी किया। वहीं कई प्रदर्शनकारी जुलूस में हल के साथ शामिल होने आए थे। शुक्रवार से घाट ब्लॉक के कनिष्ठ प्रमुख भरत सिंह नेगी और ग्राम वादूक के सुरेंद्र सिंह रावत ने भी आमरण अनशन शुरू किया।

सुबह से ही नंद्रप्रयाग से लेकर घाट तक विभिन्न गांवों के ग्रामीण विकासखंड मुख्यालय में एकत्र होने लगे। इस दौरान ग्रामीणों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। साथ ही अनशनकारियों के समर्थन में धरना भी दिया। इस दौरान धरना स्थल पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए आंदोलनकारियों ने कहा कि सड़क की स्थिति वर्तमान में काफी खराब है। अधिकतर स्थानों पर सड़क संकरी होने के कारण हादसों की आशंका बनी हुई है। सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए बीते डेढ़ माह से आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन लगता है सरकार को अपनी जनता से कोई सरोकार ही नहीं है। दो मुख्यमंत्रियों की घोषणा के बावजूद अब तक कार्रवाई न होना क्षेत्र की जनता की उपेक्षा को दर्शाता है। जनसभा को भाकपा माले नेता इंद्रेश मैखुरी, अंकित अछोली, रेखा देवी, मनीषा कठैत, उषा रावत, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष मनोज कठैत, दर्शन सिंह रावत, आलम राम सहित कई ग्रामीणों ने संबोधित किया। वहीं व्यापारी चरण सिंह, ग्राम प्रधान उस्तोली महावीर सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान चाका मोठा हरेंद्र सिंह खत्री, व्यापारी सुरेंद्र सिंह, टैक्सी चालक दिनेश नेगी अनशन पर डटे हैं। आंदोलनकारियों के स्वास्थ्य में गिरावट हो रही है।

व्यापारियों ने की लंगर की व्यवस्था

व्यापारियों ने प्रदर्शन में शामिल होने आए ग्रामीणों के लिए लंगर की व्यवस्था की थी। लंगर में दाल-चावल, सब्जी के साथ रोटी भी परोसी गई। व्यापारियों का कहना है कि आंदोलन को उनका पूरा समर्थन है।

कारगिल शहीद के नाम की सड़क बदहाल: नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग का नामकरण कारगिल शहीद हिम्मत सिंह के नाम पर किया गया है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि घाट बांसवाड़ा निवासी शहीद के नाम सड़क होने के बावजूद शासन-प्रशासन बदहाल पड़े सड़क की सुध लेने को तैयार नहीं है। यह शहीद की भी उपेक्षा है।

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