चमोली आपदा : आपदा में लापता कर्मचारियों के स्वजनों ने किया एडीएम का घेराव
सात दिन बाद भी ऋषिगंगा में आए सैलाब में लापता कर्मचारियों की तलाश न होने से आक्रोशित स्वजनों ने अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल का घेराव किया। साथ ही आरोप लगाया कि रेस्क्यू में ढिलाई बरती जा रही है।
संवाद सहयोगी, तपोवन(चमोली): सात दिन बाद भी ऋषिगंगा में आए सैलाब में लापता कर्मचारियों की तलाश न होने से आक्रोशित स्वजनों ने अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल का घेराव किया। साथ ही आरोप लगाया कि रेस्क्यू में ढिलाई बरती जा रही है। वहीं एडीएम ने आश्वासन दिया कि लापता को खोजने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। धौली गंगा में आए सैलाब के बाद निर्माणाधीन तपोवन जल विद्युत परियोजना में कार्य करने वाले सैकड़ों काíमक लापता हैं। शनिवार को उनके स्वजनों ने जिस स्थान पर सैकड़ों लोग मलबे में दबे हैं, वहा तलाशी न करने की शिकायत की। इस पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने एडीएम चमोली को मौके पर भेजा। इस बीच लापता व्यक्तियों के स्वजनों ने बैराज के निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल का घेराव कर लिया। उन्होंने कहा कि सैलाब के दौरान कई लोग बैराज के ऊपर व नीचे काम कर रहे थे। यहा मलबे में 150 से अधिक कर्मचारी दबे हैं, लेकिन यहा सात दिन बीतने के बाद भी मलबा नहीं हटाया जा सका है। भाई के लापता होने पर उत्तर प्रदेश के अमरोहा से तपोवन पहुंचे विपिन ने कहा कि, सरकार हरसंभव मदद का भरोसा दे रही है, लेकिन यहा सात दिन बाद भी मलबा नहीं हटाया जा सका है। मलबा हटाने के लिए मशीनों की संख्या क्यों नहीं बढ़ाई जा रही है। वहीं पीड़ित आरके सैनी ने भी आरोप लगाया कि आपदा के दौरान बैराज पर बड़ी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे। यहा पर मलबे में बड़ी संख्या में शव दबे हुए हैं। प्रशासन को मलबा हटाने के लिए बड़ी संख्या में मशीनों को लगाना चाहिए। उन्होंने मलबा हटाने के कार्य में तेजी लाने की माग की। वहीं अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल ने कहा कि प्रशासन राहत व बचाव के हरसंभव प्रयास कर रहा है। आपदा काफी बड़ी है, इसके बावजूद प्रशासन ने मलबे को हटाने का कार्य जल्द शुरू किया। उन्होंने कहा कि बैराज में भी मलबा हटाने का कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
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