बिजली व्यवस्था चरमराई, कई क्षेत्र अंधेरे में डूबे

उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को ऊर्जा से संबंधित तीनों निगमों के कर्मचारियों के बेमियादी हड़ताल पर जाने से गढ़वाल में कई जगह बिजली व्यवस्था चरमरा गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:54 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:54 PM (IST)
बिजली व्यवस्था चरमराई, कई क्षेत्र अंधेरे में डूबे
बिजली व्यवस्था चरमराई, कई क्षेत्र अंधेरे में डूबे

जागरण टीम, गढ़वाल: उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को ऊर्जा से संबंधित तीनों निगमों के कर्मचारियों के बेमियादी हड़ताल पर जाने से गढ़वाल में कई जगह बिजली व्यवस्था चरमरा गई। उत्तरकाशी, नई टिहरी और रुद्रप्रयाग में कई क्षेत्र अंधेरे में डूब गए, जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। यही नहीं बिजली न होने से सरकारी कार्यालयों में भी कामकाज प्रभावित हुआ।

उत्तरकाशी: उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की हड़ताल के चलते मंगलवार को सीमांत जनपद उत्तरकाशी में भी बिजली आपूर्ति खासी प्रभावित रही। जिला मुख्यालय में सुबह नौ बजे बिजली आपूर्ति ठप हो गई, जबकि डामटा क्षेत्र में सोमवार की रात को ही आपूर्ति ठप हो गई थी। नौगांव, पुरोला, मोरी और बडकोट में भी बिजली आपूर्ति ठप रहने उभोक्ताओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई विभागों में कामकाज खासा प्रभावित रहा। जिला अस्पताल के कई वार्डों में बिजली न होने के कारण अंधेरा छाया रहा। इसके साथ ही एक्सरे का संचालन भी सुचारू रूप से नहीं हो सका। वहीं शहर में दिन भर जनरेटर चलते रहे। जिससे खासा प्रदूषण फैला। बिजली आपूर्ति कब तक सुचारू होगी इसको लेकर जिला आपदा प्रबंधन विभाग को भी जानकारी नहीं मिल पायी। अधिकांश अधिकारी कर्मचारियों के नंबर स्वीच आफ आए। इस बात का भी पता नहीं चला कि किसी लाइन पर कहां फाल्ट आया है। बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण शहरी क्षेत्र में पानी को घर की टंकियों तक पहुंचाने की मोटर भी नहीं चली।

नई टिहरी: उत्तराखंड विद्युत अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का जिले में भी असर दिखा। सबसे बड़े ब्लाक भिलंगना में सुबह 8 बजे बिजली गुल हो गई थी, जो शाम तक भी सुचारू नहीं हो पाई। वहीं जाखणीधार ब्लॉक में भी दिनभर बिजली गुल रही। बिजली नहीं होने से जहां क्षेत्रवासियों को परेशानी हुई, वहीं बिजली आधारित काम करने वाले दुकानदारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार ने भी दिन भर अपना फोन बंद रखा, जिससे उपभोक्ता फाल्ट की सूचना भी नहीं दे सके।

रुद्रप्रयाग: बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से जिले में विद्युत व्यवस्था लड़खड़ाने गई। कई स्थानों पर विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई । सुमाड़ी में विद्युत कर्मचारी संघ की ओर से अपनी मांगों के लिए धरना दिया जा रहा है। हड़ताल के दौरान जिले से चालीस से अधिक शिकायतें आई, लेकिन कर्मचारी मौके पर नहीं गए। रात 12 बजे बाद बिजलीघरों से बिजली कर्मी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। ऐसे में बिजली आपूर्ति प्रशासन के हाथों छोड़ दी गई है। कुछ स्थानों पर बिजली बाधित होने की सूचना है। फाल्ट ठीक करने नहीं पहुंचे कर्मचारी

चिन्यालीसौड़: ग्राम पंचायत तराकोट में तो रविवार से ही बिजली गुल है, जिससे ग्रामीणों के बिजली से चलने वाले सारे उपकरण बंद पड़े हैं। ग्रामीणों ने समस्या के समाधान के लिए ऊर्जा निगम के अधिकारियों से संपर्क किया। लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किए। वहीं ग्रामीणों ने इस समस्या से उपजिलाधिकारी आकाश जोशी को अवगत कराया। ग्रामीण भाग्यानदास, कुशलदास, इलम सिंह, धनवीर सिंह ने बताया कि बारिश के कारण तराकोट क्षेत्र में कई पोल धस गए हैं। जिसके कारण बिजली आपूर्ति ठप हुई है। लेकिन, आपूर्ति को सुचारू करने के लिए कोई अधिकारी या कर्मचारी नहीं पहुंचा।

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