Hemkund Yatra: सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर को किए जाएंगे बंद

उत्तराखंड में 18 सितंबर को चारधाम के साथ हेमकुंड साहिब यात्रा भी शुरू हुई थी। इस दौरान हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खोले गए थे। अब 10 अक्‍टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट बंद किए जाएंगे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 04:47 PM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 08:37 PM (IST)
Hemkund Yatra: सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर को किए जाएंगे बंद
सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 10 अक्टूबर को बंद किए जाएंगे।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली)। सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ हेमकुंड साहिब और हिंदुओं की आस्था के केंद्र लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 10 अक्टूबर को बंद कर दिए जाएंगे। 17 सितंबर से शुरू हुई हेमकुंड साहिब यात्रा में अब तक पांच हजार से अधिक श्रद्धालु गरुद्वारे में मत्था टेक चुके हैं।

गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि मौसम के मिजाज को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि सभी श्रद्धालु टीके की दोनों डोज का सर्टिफिकेट अथवा 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अवश्य लाएं। गौरतलब है कि हेमकुंड साहिब आने वाले यात्रियों के लिए स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण आवश्यक नहीं है, बल्कि उन्हें ऋषिकेश स्थित गुरुद्वारे में रजिस्ट्रेशन कराना है। उन्होंने बताया कि हेमकुंड साहिब के प्रमुख पड़ाव गोविंदघाट में यात्रियों का पंजीकरण का सत्यापन किया जा रहा है।

श्रद्धालुओं के पंजीकरण की समस्या बरकरार

चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के सामने देवस्थानम बोर्ड के पंजीकरण की समस्या का कोई समाधान अब तक नहीं निकल पाया है। जिस कारण बड़ी संख्या में यात्री वहां से वापस लौट रहे हैं। उच्च न्यायालय के आदेश पर राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित कर रखी है। देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले यात्री को ही धामों पर दर्शन की सुविधा उपलब्ध होगी। आनलाइन पंजीकरण की सुविधा का लाभ सभी श्रद्धालुओं को नहीं मिल पा रहा है।

हालांकि आयुक्त गढ़वाल मंडल रविनाथ रमन ने जिलाधिकारियों को अपने स्तर पर आफलाइन पंजीकरण जारी करने के आदेश जारी किए थे। ऋषिकेश चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार पर इस तरह के पंजीकरण की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। देवस्थानम बोर्ड की ओर से यात्रा बस अड्डा स्थित हेल्पडेस्क में बुधवार को एक कंप्यूटर आपरेटर की तैनाती कर दी गई है। लेकिन इस कर्मचारी को आफलाइन पंजीकरण करने की कोई सुविधा या अधिकार नहीं दिया गया है। अन्य प्रांतों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आ रहे हैं। जिनमें अधिसंख्य लोग ऐसे हैं जिनके पास देवस्थानम बोर्ड का पंजीकरण नहीं है। ऋषिकेश में यह सुविधा ना मिलने के कारण यह श्रद्धालु वापस लौट रहे हैं।

उधर, सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय की ओर से बुधवार को यात्रा पर जाने वाले 32 वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी किया गया। एआरटीओ प्रवर्तन पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को पांच वाहन सीज किए गए, जिनमें एक डग्गामार वाहन शामिल है। 22 वाहनों का चालान भी किया गया।

टंगणी में 14 घंटे बाद खुला बदरीनाथ हाईवे

गोपेशवर में एनएच ने कड़ी मशक्कत के बाद टंगणी में अवरुद्ध हुए बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को खोल दिया है। जिसके बाद यात्री वाहनों की आवाजाही चालू कर दी गई है। हाईवे बंद होने के दौरान टंगणी के ग्रामीणों ने फंसे हुए यात्रियों के रहने व खाने की व्यवस्था की।

बीते दिन टंगणी में पहाड़ी गिरने के कारण बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध हो गया था। सायं से लेकर रात्रि तक लगातार यहां पर पहाड़ी से बोल्डर व मलबा गिर रहा था। जिसके बाद एनएच ने यहां पर सड़क खोलने का कार्य नहीं किया। सुबह मलबा गिरना बंद हुआ तो एनएच ने मशीनें लगाकर हाईवे को सुचारु किया। जिसके बाद यात्री वाहनों व स्थानीय वाहनों की आवाजाही चालू हुई। बीती सांय को हाईवे न खुलने के कारण यहां पर 130 यात्री फंसे हुए थे। टंगणी के प्रधान हीरा सिंह व ग्रामीणों ने इन यात्रियों के रहने व खाने की व्यवस्था की। सुबह हाईवे खुलने के बाद यात्रियों ने ग्रामीणों का धन्यवाद किया।

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