मारवाड़ी में अलकनंदा नदी किनारे एक और शव बरामद

ऋषिगंगा में आई आपदा में लापता व्यक्तियों के शव मिलने का सिलसिला जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:20 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:23 PM (IST)
मारवाड़ी में अलकनंदा नदी किनारे एक और शव बरामद
मारवाड़ी में अलकनंदा नदी किनारे एक और शव बरामद

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: ऋषिगंगा में आई आपदा में लापता व्यक्तियों के शव मिलने का सिलसिला जारी है। शनिवार को रेस्क्यू टीम ने जोशीमठ के पास मारवाड़ी से अलकनंदा नदी किनारे एक और शव बरामद किया। अभी तक कुल 72 शव और 30 मानव अंग बरामद हो चुके हैं। जबकि, 133 व्यक्ति अभी भी लापता चल रहे हैं। उधर, शनिवार सुबह बारिश के चलते तपोवन बैराज साइट पर एक घंटे तक रेस्क्यू रोक दिया गया। हालांकि टनल के अंदर रेस्क्यू चलता रहा।

सात फरवरी को ऋषिगंगा में आई आपदा में बाढ़ में कुल 205 लोग लापता हुए थे। रेस्क्यू टीम अलकनंदा, धौलीगंगा व अन्य नदियों के किनारे अलग-अलग टीमें बनाकर लापता व्यक्तियों की खोजबीन कर रही है। तपोवन में एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड परियोजना की बैराज साइट पर बोल्डरों को विस्फोट से तोड़कर मलबे से लापता व्यक्तियों की तलाश की जा रही है। जबकि, रैणी में भी ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना की साइट पर आए मलबे को हटाकर भी शवों को ढूंढा जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा प्रभावित गांवों में राशन, दवाओं के अलावा अन्य सुविधाएं भी लगातार पहुंचाई जा रही हैं। इसके अलावा प्रभावित गांवों में पशुओं के लिए चारा भी पशुपालन विभाग की ओर से भेजा जा रहा है।

एसएफटी के मुख्य द्वार से हटा रहे मलबा

एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की टनल से मलबा हटाने का कार्य भी जारी है। एसएफटी(सिल्ट फ्लशिंग टनल) के मुख्य द्वार से छोटी मशीनों के जरिये मलबा हटाया जा रहा है, जिसके चलते वक्त लग रहा है। आपदा के दिन 34 व्यक्ति मुख्य टनल के जरिये एसएफटी में काम करने गए थे। वहीं टनल में भारी मात्रा में पानी का लगातार रिसाव हो रहा है, जिससे मलबा हटाने के कार्य में दिक्कतें आ रही है। एनटीपीसी के महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद अहिरवार ने बताया कि एसएफटी टनल का आकार छोटा होने के चलते वहां बड़ी मशीनें काम नहीं कर पा रही हैं। रेस्क्यू टीम छोटी मशीन से मलबा हटाने में जुटी हुई है।

पांच फीट कम हुआ जील का जलस्तर

सात फरवरी को ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा नदी पर मुरेंडा गांव के पास झील बन गई थी। इसके कभी भी टूटने से आपदा की आशंका गहरा गई थी। इसे लेकर आइटीबीपी और एसडीआरएफ की टीम बीते सात दिन से झील से पेड़ और मलबा हटाकर झील से धीरे-धीरे पानी का रिसाव करा रही है। इसी का नतीजा है कि झील का जलस्तर अब पांच फीट कम हो गया है, जिससे आपदा की आशंका कुछ हद तक खत्म हो गई है।

---------

रेस्क्यू अपडेट

कुल लापता,205

शव बरामद,72

मानव अंग बरामद,30

अब तक शिनाख्त,41

अब भी लापता,133

डीएनए सैंपल,199

chat bot
आपका साथी