कोरोना की तीसरी लहर से बचाव में जुटा स्वास्थ्य महकमा

संवाद सहयोगी गोपेश्वर जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया की अध्यक्षता में शनिवार को कलक्ट्रेट सभा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 07:00 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 07:00 PM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव में जुटा स्वास्थ्य महकमा
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव में जुटा स्वास्थ्य महकमा

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया की अध्यक्षता में शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई। इस दौरान जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर समीक्षा की गई। वहीं क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सफलतापूर्वक चिकित्सा कोर्स पूरा करने पर ठीक हुए व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया।

बैठक में बच्चों को तीसरी लहर से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को माइक्रो न्यूट्रिएंट्स किट तैयार करते हुए जल्द से जल्द हर ब्लाक में इसका वितरण शुरू करने को अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। साथ ही तत्काल दवाएं, उपकरण एवं अन्य सामान तत्काल खरीदने का निर्णय भी लिया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड टेस्टिग बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए। वैक्सीनेशन की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर यदि कोई होटल व्यवसायी, वाहन चालक एवं चारधाम यात्रा से जुड़े अन्य लोग वैक्सीनेशन से छूट गए हों तो उनका भी वैक्सीनेशन किया जाए। चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य विभाग को यात्रा मार्ग पर चिकित्सा इकाई, डाक्टर एवं एंबुलेंस की समुचित व्यवस्था रखने को कहा गया। चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि को ऐसे बच्चों की सूची हर महीने स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने को कहा गया, जिन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता है। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए ऐसे बच्चों को जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा गया। सीएमओ केके अग्रवाल ने बताया कि कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के लिए 101 आक्सीजन बेड तैयार किए गए हैं। स्वास्थ्य केंद्रों पर 388 डी-टाइप आक्सीजन सिलिंडर, 354 बी-टाइप आक्सीजन सिलिंडर तथा 285 आक्सीजन कंसन्ट्रेटर उपलब्ध हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को मिलाकर 373 अतिरिक्त बेड तैयार किए गए हैं। यात्रा मार्ग पर छूटे व्यक्तियों को वैक्सीनेशन के लिए चिहिनत किया जा रहा है। एसीएमओ डा. उमा रावत ने बताया कि वर्ष 2021 में जुलाई तक जिले में 192 क्षय रोगी चिह्नित किए गए थे, जिनका उपचार किया जा रहा है। इनमें से अधिकांश क्षय रोगी छह माह का कोर्स पूरा करने के बाद अब स्वस्थ हो गए हैं। कहा कि क्षय रोग का उपचार कराने वाले मरीजों को हर महीने पोषण भत्ता के रूप में 500 रुपये दिए जाते हैं। साथ ही योजना के तहत क्षय रोगियों के बारे में जानकारी देने वाले व्यक्ति को भी 500 रुपये की धनराशि देकर पुरस्कृत किया जाता है। बैठक में सीएमएस डा. जीएस राणा, डीपीओ संदीप कुमार, डीईओ नरेश कुमार हल्दयानी, डीएसडब्ल्यूओ टीआर मलेठा, ईओ अनिल पंत, हिमाद संस्था के सचिव उमा शंकर बिष्ट आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी