चमोली में बिना कोरोना जांच के ही हनुमान चट्टी पहुंच गए कई साधु
सरकार ने भले ही चार धाम यात्रा स्थगित कर दी हो लेकिन कई साधु-संत पैदल ही बदरीनाथ धाम के पास हनुमान चट्टी और गोविंद घाट पहुंच चुके हैं। इनके पास आरटीपीसीआर की रिपोर्ट भी नहीं है। इससे प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली)। सरकार ने भले ही चार धाम यात्रा स्थगित कर दी हो, लेकिन कई साधु-संत पैदल ही बदरीनाथ धाम के पास हनुमान चट्टी और गोविंद घाट पहुंच चुके हैं। इनके पास आरटीपीसीआर की रिपोर्ट भी नहीं है। इससे प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि यात्रा स्थगित है। ऐसे में जांच के बाद उन्हीं साधुओं को बदरीनाथ जाने की अनुमति दी जाएगी जो वहां पहले से ही आश्रम में रहते हैं और किसी कार्य से जोशीमठ या पांडुकेश्वर आए थे। इनका भी पहले एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। यात्रा के लिए आने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को खोले जाने हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए धाम में केवल चार धाम देवस्थानम बोर्ड के पदाधिकारी, रावल और तीर्थ पुरोहितों को जाने की अनुमति है। बावजूद इसके कई साधु-संत पैदल यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि इनमें से कई ऐसे भी हैं जो हरिद्वार में कुंभ में भी शामिल हुए थे। मार्ग में जगह-जगह चेकपोस्ट हैं, बावजूद इसके ये लोग बिना रोकटोक विभिन्न पड़ावों तक पहुंच चुके हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मार्गों पर पुलिस सतर्क है, लेकिन संभव है कि ये लोग वैकल्पिक पैदल मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम के पास ही पांडुकेश्वर में साधु-संत का एंटीजन टेस्ट किया जाएगा।
बदरीनाथ में थाना शुरू
बदरीनाथ धाम में पुलिस थाने का संचालन शुरू हो गया है। शीतकाल में कपाट बंद होने के बाद पुलिस के जवान तो तैनात रहते हैं, लेकिन थाना हनुमान चट्टी स्थानांतरित कर दिया जाता है। पुलिस अधीक्षक यशवंत चिंह चौहान ने बताया कि शुक्रवार से बदरीनाथ धाम में थाने का विधिवत रूप से संचालन शुरू हो गया है।
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