16 साल से शहीद कमांडो की प्रतिमा पर राखी बांध रहीं माहेश्वरी
शहीद कमांडो सुरजन सिंह भंडारी की बहन माहेश्वरी रावत ने गौचर में शहीद भाई की प्रतिमा पर राखी बांधकर रक्षाबंधन का पर्व मनाया।
गोपेश्वर, जेएनएन। शहीद कमांडो सुरजन सिंह भंडारी की बहन माहेश्वरी रावत ने गौचर में शहीद भाई की प्रतिमा पर राखी बांधकर रक्षाबंधन का पर्व मनाया।
रानो गांव के शहीद कमांडो सुरजन सिंह भंडारी वर्ष 24 सितंबर 2002 में गुजरात के अक्षर धाम मंदिर में हुए आतंकी हमले में घायल हुए थे। 19 मई 2004 को कोमा में रहते हुए उन्होंने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली थी। बलिदानी सैनिक को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। रक्षा बंधन के त्यौहार पर शहीद सैनिक की छोटी बहन अपने ससुराल से 20 किमी दूर गौचर में शहीद के स्मारक में बनी प्रतिमा पर राखी बांधकर अपना फर्ज निभाती है। कर्णप्रयाग के चमाली गांव की रहने वाली माहेश्वरी रावत रक्षा बंधन को गौचर पहुंचकर स्मारक में बलिदानी भाई की प्रतिमा पर राखी बांधी।
इस दौरान उसने अपने बचपन के स्मरण याद करते हुए कहा कि रक्षा बंधन पर भाई हर वर्ष घर आते थे। जब वे घर नहीं आ पाते तो घर आने पर उसे रक्षा बंधन का उपहार जरूर देते। माहेश्वरी को भाई के आज न होने का तो दुख है परंतु उसके देश के लिए शहीद होने पर गर्व भी है।
सियाचिन में तैनात सैनिकों को भेजी राखियां
देहरादून में रक्षाबंधन पर त्रिकोण सोसायटी ने दो हजार से अधिक राखियां और मास्क सैनिकों की दीर्घायु की कामना के साथ सियाचिन भेजे। ये राखियां और मास्क सोसायटी में कार्यरत महिलाओं ने तैयार किए थे। त्रिकोण सोसायटी की निदेशक एवं फ्लो उत्तराखंड की उपाध्यक्ष डॉ. नेहा शर्मा ने बताया कि संस्था महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम संचालित कर रही है। महिला सशक्तिकरण के लिए संस्था 15 साल से काम कर रही है। वोकल फॉर लोकल, गोइंग बैक टू नेचर, थ्रूक्लस्टर फार्मिंग की अवधारणा पर काम करते हुए संस्था कई गांवों को गोद ले चुकी है। कृषि आधारित रोजगार पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
संस्था में काम करने वाली महिलाओं ने ही सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए राखियां व मास्क बनाए हैं। हम उनकी दीर्घायु की कामना करते हैं। कारिओस कॉन्सियस की संस्थापक एवं फ्लो उत्तराखंड की वरिष्ठ उपाध्यक्ष कोमल बत्र ने कहा कि फिलहाल सरहद पर तनाव की स्थिति है। ऐसे समय में हमने राखी के रूप में सैनिकों को शुभकामनाएं भेजी हैं। स्टिच शॉप की संस्थापक हरप्रीत मारवाह ने कहा कि इससे सरहद पर सैनिकों का हौसला और मजबूत होगा।