जान बचाने के लिए जान खतरे में

संवाद सहयोगी गोपेश्वर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए हर साल भारी भरकम धनराशि खर्च की ज

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 03:00 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 03:00 AM (IST)
जान बचाने के लिए जान खतरे में
जान बचाने के लिए जान खतरे में

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए हर साल भारी भरकम धनराशि खर्च की जा रही है, लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है। विकास के नाम पर सिर्फ कागजों का पेट भरा जा रहा है। गांवों का विकास किस तरह हो रहा है इसकी बानगी जिला मुख्यालय गोपेश्वर के निकटवर्ती डुंगरी मैकोट गांव में देखी जा सकती है। यहां स्वास्थ्य विभाग ने एएनएम सेंटर तो बना दिया। मगर सेंटर तक पहुंचने के लिए एक दशक बाद भी 300 मीटर पैदल मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया है। मजबूरन, ग्रामीणों को एएनएम सेंटर तक पहुंचने के लिए पहले झाड़ियों के अंदर से गुजरना पड़ता है उसके बाद जान जोखिम में डालकर बरसाती गदेरों को पार करना पड़ता है।

जिला मुख्यालय गोपेश्वर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैकोट गांव में वर्ष 2011 में एएनएम सेंटर का निर्माण किया गया। चिकित्सा विभाग ने एएनएम सेंटर भवन का निर्माण करने के बाद बाकायदा इस सेंटर पर टीकाकरण सहित अन्य चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिलना भी शुरू हुआ। परंतु न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही ग्राम पंचायत एएनएम सेंटर तक पहुंचने के लिए पैदल मार्ग का निर्माण कर पाए। सड़क से एएनएम सेंटर तक पहुंचने के लिए तकरीबन 300 मीटर पैदल मार्ग की जरूरत है। वर्तमान समय तक पैदल मार्ग का निर्माण न होने के कारण एएनएम सेंटर तक जाने वालों को पहले झाड़ियों के अंदर से गुजरना पड़ता है। उसके बाद बरसाती गदेरे को पार कर खुद व बच्चों को भी एएनएम सेंटर तक पहुंचाना ग्रामीणों की मजबूरी है। डुंग्री गांव की उप प्रधान विनीता देवी का कहना है कि ग्राम पंचायत ने गांव के विकास के लिए हर वर्ष लाखों रुपये का बजट खर्च किया जा रहा है। मगर ग्राम पंचायत भी यहां पर एक अदद पैदल मार्ग का निर्माण नहीं कर पा रही है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. केके अग्रवाल ने कहा कि चिकित्सा विभाग के पास भवन निर्माण का बजट था। भवन निर्माण कर इस पर एएनएम सेंटर का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग का निर्माण ग्राम पंचायत या फिर प्रशासन द्वारा अन्य मदों से किया जा सकता है।

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